अदृश्य जीव जगत हमारे लिए चुनौतियां या अवसर?
सेंट आलयसिएस कॉलेज में वेबिनार का आयोजन।
जबलपुर। अदृश्य जीव जगत की चुनौती और अवसर विषय पर विद्वानों ने अपने विचार एक वेबीनार के माध्यम से प्रस्तुत किए। एक दिवसीय आयोजन में विश्व स्तरीय 300 विद्वानों ने हिस्सा लिया। सेंट अलॉयसियस में अर्न्तराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन सेंट अलॉयसियस महाविद्यालय के बॉटनी व माइक्रोबॉयलाजी विभाग द्वारा एक द्विवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इनविजिबल लिविग वर्ल्ड चैलेन्जेस एण्ड अपोरच्यूनिटी विषय पर आयोजित इस वेबिनार में आस्ट्रेलिया, इण्डोनेशिया, दुबई, आबूधावी सहित देशो के लगभग 300 प्रतिभागियों ने भाग लिया। श्रीमति रोशनी चौबे ने वेबिनार के उद्देश्य से अवगत कराया एवं डॉ. अंजली डिसूजा ने माइक्रोबायलॉजी के क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिये प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। प्राचार्य डॉ.फादर वलन अरासू ने प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हे कोरोना महामारी में सुरक्षित रहते हुए जीवन की कार्यशैली को सक्रिय रखने हेतु प्रोत्साहित किया। वक्ता डॉ. शिखा बंसल ने सूक्ष्म जीवो के साथ जीवन यापन विषय पर डॉ. फेमिना सोबिन ने सूक्ष्मजीवः भ्रन्ति व वास्तविकता डॉ0 ममता गोखले ने सूक्ष्मजीव नवप्रर्वतन के अवसर तथा डॉ0 जूही शर्मा ने सूक्ष्मजीवः रोग से लेकर महामारी विषयों पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये। वेबिनार के सफल आयोजन में डॉ0 सोनाली निगम, डॉ0 जरीन बख्श एवं प्रकाश लांगे का विशेष सहयोग रहा।