कमाई में लगा आबकारी विभाग…

आबकारी विभाग द्वारा बेची जा रही शराब में नाबालिग बच्चे भी खरीददार , खुलेआम उड़ाई जा रही बाल न्याय की धज्जिये, आबकारी अधिकारी मनमानी कमाई करने में मस्त , कार्यवाही करने वाला आबकारी विभाग खुद उड़ा रहा नियमो की धज्जियां।
मैंहर। मा शारदा देवी की पवित्र नगरी में जहा एक ओर सरकार धार्मिक नगरी के साथ मिनी स्मार्ट सिटी में भी शामिल किया लेकिन सरकार ने जब से शराब आबकारी विभाग को बेचना का फैसला किया तब से आबकारी के अधिकारियों के चेहरे खिल गए कारण की न तो रेट लिस्ट लगाई गई है न तो कोई नियम लिखा गया साथ ही बेचने वाले चेहरे भी अजीबो गरीब है एक पुलिस की डियूटी लगी है लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी विजय सिंह बघेल सहित अन्य कर्मचारी भी नही दिखते जिक्सके कारण रेट सूची से ज्यादा लिया जाता है हर ब्रांड के शराब पर , जबकि मीडिया को देखे ही सही रेट दिया जाने लगता है और कोई शिकायत करता है तो अधिक लिया हुआ पैसा वापस किया जाता है लेकिन इस समय आबकारी विभाग को केवल रुपया की कमाई दिख रही है चाहे 7 साल के बच्चे हो या कोई हो केबल आबकारी को रुपया कमाने से मतलब है यही नही मैंहर जनपद पंचायत के सामने खुली शराब दुकान के सामने दर्जनों नाबालिग बच्चे सुलेशन चूसते घूमते रहते है उन्ही बच्चों से सरीफ लोग 10 या 20 रुपये देकर दारू की बोतल मगाते है बड़े व रहीस लोग शर्म के मारे शराब दुकान पर नही जाते, इस संबंध में जब मौके पर पहुचे मैंहर के आबकारी अधिकारी विजय सिंह बधेल से पूछा गया की आपके दुकान पर छोटे छोटे नाबालिग बच्चों को भी दारू बेची जा रही है तो बेतुका ये जबाब दिया गया कि उस बच्चे को क्यो नही एक तप्पड़ लगाए, जबकि नियमो की बात करे तो नाबालिग बच्चे को दुकान पर ही शराब नहीं देनी चाहिए , सबसे बड़ी बात की जिस देश मे नाबालिगों के लिए शक्त नियम कानून बनाया गया है वही मैंहर के आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा छोटे बच्चे को भी शराब परोशी जा रही है अब शिकायत भी करे तो किस्से करे। ऐसा लगता है मानो आबकारी विभाग ने शासन के नियमो को किया दरकिनार दारू के बेचने के चक्कर मे , ऐसे में ठेकेदारों की बात होती तो कड़ी कार्यवाही होती अब देखना होगा कि आबकारी विभाग पर क्या कार्यवाही होगी ?