केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ सिर पर खटिया रखकर किया विरोध
कटनी। सड़कों में सर पर खटिया हाथ मे थाली बजाते हुए घूम रहे ये है किसान ए. के. खान जो लॉक डाउन के दौरान राशन दुकानों से बटने वाले घटिया आनाज का विरोध कर रहे है । केंद्र सरकार ओर प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रहे है कि दोनों ही सरकारों ने गरीब किसानो की खटिया खड़ी कर दी है । गरीब किसान ए.के. खान सर पर खटिया और हाथों में थाली बजाते हुए पूरे शहर की परिक्रमा कर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन कर रहे है । लॉक डाउन के दौरान से अभी तक राशन की दुकानों से गरीब जनता को घटिया स्तर का अनाज दिया जा रहा है । जिसे जानवर भी खाना पसंद नहीं करता है ओर वही अनाज इंसानों को खिलाया जा रहा है जिसका विरोध अकेले ही एक किसान कर रहा है यह सब केंद्रीय खाद्य मंत्रालय की ओर से कोरोना काल के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली द्वारा जो चावल राशन दुकानों से बांटा गया, वह खाने योग्य नहीं था. गरीब भी आखिर इंसान हैं। उन्हें घुना हुआ बदबूदार, पानी में भीगा सड़ा हुआ अनाज क्यों और कैसे दिया गया? यह मामला तब सामने आया जब केंद्रीय खाद्य मंत्रालय की टीम ने जिलों की राशन दुकानों में गरीबों को दिए जाने वाले चावल के 32 नमूनों की जांच की.। इस मामले के खुलासे के बाद मध्यप्रदेश की सरकार एक्शन में आ गई। और घटिया चावल सप्लाई करने वाली 18 राइस मिलों को सील कर दिया गया । तथा जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी । लेकिन आज तक किसी भी तरह की कार्यवाही नही हुई और हर जिले में इस तरह की शिकायतें आ रही है । उस मामले में भी सरकार हाथ पर हाथ रखे सिर्फ तमाशा देख रही है।
किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से यह भ्रष्टाचार हुआ है और जब तक इस मामले में सही जांच कर दोषियों पर कार्यवाही नही होती वह इस तरह के अनोखे प्रर्दशन के साथ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होने को मजबूर होंगे।