खून के आंसू रुला रहा है सरकार का विकास
सिरमौर से लालगांव तक जारी रहता है मुसीबत का सफर, आखिर कहां गए विकास करने वाले
रीवा। पिछले पंद्रह सालों में भाजपाई विकास अब जन जन को खून के आंसू रुला रहा है। भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्रियों सहित विधायकों के मुंह तक सीमित रहने वाले तथाकथित विकास का नजारा सबको हैरान और परेशान करता है। एक जमाने से रीवा जिले के सिरमौर से आगे की रास्ता मौत को निमंत्रण देने का काम कर रही है। सिरमौर क्योटी और लालगांव सड़क की हालत लंबे समय से बद से बद्तर होने के बाद भी किसी भी विधायक, मंत्री अथवा जिला प्रशासन के किसी भी सक्षम अधिकारी की नींद नहीं टूटी है। सिरमौर से लालगांव के बीच आवागमन सड़क का पूरा हिस्सा जानलेवा गड्ढों में समा गया है। यही वजह है कि बारिश होते ही गड्ढों से घिरे इस सड़क पर वाहनों का लंबा जाम लग जाता है। आज भी सिरमौर से लालगांव के बीच दो दर्जन से अधिक भारी वाहन जानलेवा गड्ढों में फंस जाते हैं। जिसके कारण आवागमन व्यवस्था भी यहां पर चौपट हो जाती है। स्थानीय अधिकारियों और नेताओं को घटिया सड़क की हकीकत पता होने के बाद भी आज तक परेशान ग्रामीणों को राहत देने के लिए सुधार कार्य करवाना या फिर नये सिरे से सड़क निर्माण कराना जरूरी नहीं समझा। पिछले एक सप्ताह में बरसात के कारण सिरमौर क्योटी और लालगांव हिस्से में दो दर्जन से अधिक वाहन चालक दुर्घटना का शिकार बन चुके हैं। इतने खतरनाक जानलेवा गड्ढों में भारी वाहन तक पूरा समा जाते हैं। पूर्व सरपंच प्रेमलाल दाहिया ने कहा कि लगातार सरपंच, जनपद पंचायत, तहसील और जिला प्रशासन को मौखिक और लिखित शिकायत दिए जाने के बाद भी आज तक सिरमौर क्योटी लालगांव सड़क का कायाकल्प नहीं करवाया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय वोट लेने के लिए घर घर आते हैं उसके बाद उन्हें आम आदमी की परेशानी कभी नजर नहीं आती। लोगों ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को आम आदमी की तकलीफ नजर नहीं आती है। आखिर कहां चले गए विकास करने वाले विधायक भाजपा सरकार के विकास रुपी जुमले की इंतहा आखिर कब समाप्त होगी। सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में सिरमौर क्योटी और लालगांव तक सड़क का नक्शा बिगड़ गया है। रीवा जिले की आठों विधानसभा में भाजपा विधायकों ने मुंहजबानी विकास की गंगा जरुर जमकर बहाई है लेकिन धरातल पर भाजपाई विकास सड़क में नहीं उतर पाया है। आम आदमी, वाहन चालक और राहगीरों के लिए सड़क सबसे बड़ी मुसीबत बन गई है। सिरमौर विधायक दिव्य राज सिंह को आखिर आम आदमी की सबसे बड़ी परेशानी नजर क्यों नहीं आती है। आम आदमी ने कहा कि जानलेवा गड्ढों में तब्दील सड़क पर मौत का साया मंडरा रहा है। आम जनता ने कहा कि यदि जिला प्रशासन ने गौर नहीं किया तो आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।