खेल दिवस पर याद आए मेजर ध्यानचंद।
दादा की कहानी सभी के लिए है प्रेरणा स्रोत।
जबलपुर। वो जब तक खेलें, हिंदुस्तान हाकी में सदैव विश्व में नंबर एक रहा। ओलंपिक में लगातार 4 गोल्ड मेडल जीतने का वो समय, अभी भारतीय हाकी के लिए स्वर्ण काल की तरह याद किया जाता है।
हितकारिणी महिला महाविद्यालय में खेल दिवस पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दादा ध्यानचंद जीके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए खेल दिवस का आयोजन किया गया महाविद्यालय के क्रीड़ा अधिकारी श्री संजय सिंह राठौर ने दादा ध्यानचंद के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके और उनके परिवार के जबलपुर से संबंधों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की आयोजन के मुख्य अतिथि बाबू मनमोहन दास कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य श्री देवेंद्र पांडे रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ नीलेश पांडे ने की इस अवसर पर डॉ सुनीता श्रीवास्तव डॉ पूर्णिमा शर्मा प्रोफेसर एके दास गुप्ता डॉ आराधना सिंह प्रोफ़ेसर छाया दुबे प्रोफेसर प्रीति दीवान प्रोफेसर सौम्या पाठक प्रोफ़ेसर फराना के के गुरु सहित हॉकी के खिलाड़ी छात्राएं उपस्थित रहे सभी ने दादा ध्यानचंद को याद किया एवं ईश्वर से कामना की कि जल्दी इस महामारी से सबको मुक्ति मिले जिससे पुणे खेल के मैदानों में खिलाड़ी प्रैक्टिस कर पाए