गाडरवारा का एकमात्र बस स्टैंड वेंटिलेटर पर

जबलपुर दर्पण नरसिंहपुर ब्यूरो प्रशांत कुर्मी
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में एकमात्र बस स्टैंड है जिसकी हर ईट अपनी बदहाली के किस्से को चीख चीख कर बयां कर रही है यह प्रमुख शहरों से सीधे बस यात्रा का महत्वपूर्ण स्थान होने के बावजूद वेंटिलेटर जैसी अवस्था मे है यहाँ से नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, इंदौर, सागर, भोपाल, मण्डला होशंगाबाद कई जिलों के लिए बसों का आवागमन होता हैं परंतु कई वर्षों से इस ओर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन द्वारा इसे नजरअंदाज किया जाता रहा है आज उसी का नतीजा है कि बिल्डिंग के कई हिस्से कमजोर निर्माण के चलते टुकड़ो में टूटकर जमीन पर आगए व छत पर डाली गई सीमेंट के चादरें टूट चुकी और कई जगहों से रोशनदान का काम करने लगी रेत के अधिक प्रयोग के चलते वह सीमेंट से नाता तोड़ते हुये लगातार नीचे गिर रही हैं किसी दिन किसी बड़े हादसे को न्यौता देने का काम कररहे है बस स्टैंड पर मूलभूत सुविधाओं की बात करे तो न उचित जगह है यात्रियों को बस की प्रतीक्षा के लिए न पीने के पानी की स्वच्छ व्यवस्था वर्षा काल मे तो पूरी बिल्डिंग में कीचड़ और पानी का साम्राज्य रहता है क्योंकि वर्षो पहले ही फर्श पर लगाये गए पत्थरों को लोगो ने घर आँगन की शोभा बढ़ाने में लगाया हुआ है यह शासन की ढील और अनदेखी का ही नतीजा है पूरे बस स्टैंड पर कब्ज़े से लगाई गई दुकाने है जिससे सरकार को न कोई टैक्स न ही किसी प्रकार का कर मिलता है शासकीय राशि से किस तरह मनमानी हुई है इसका उदाहरण है इसी परिसर में बनी कुछ इमारतें जो बिना उपयोग हुए ही अपने बजूद को खो चुकी है पूर्णतः खण्डर में तब्दील हो चुकी है।
एक ओर सभी सार्वजनिक स्थलों को रंगरोगन किया जा रहा है स्वच्छ भारत के निर्माण के लिए लगातार कई कार्य किये जा रहे है पर न जाने क्यों गाडरवारा नगर के बस स्टैंड के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है नवागत जिला कलेक्टर महोदय जी से ही आग्रह है कि वह इस बस स्टैंड का दौरा कर इस स्थल को नई तस्वीर में परिवर्तित करने हेतु पहल कर अपने कार्यकाल को स्थानीय निवासियों के लिए यादगार पल बनायें।