गुना की घटना को लेकर बाल्मीकि समाज ने दिखाई नाराजगी।
बाल्मीकि समाज जबलपुर ने दिया नेतृत्व।
जबलपुर-कोरोनावायरस के इस कठिन समय में पुलिस डिपार्टमेंट द्वारा की जा रही सेवाओं की सराहना हो रही है। लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं भी सामने आती है जहां पुलिस का क्रूर चेहरा सभी को स्तब्ध कर जाता है। गुना में दलित किसानों पर जिस तरह की अन्याय पूर्ण कार्यवाही पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई उसे लेकर लोगों में रोष है। जबलपुर के बाल्मीकि समाज के द्वारा अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया। बाल्मीकि समाज समिति के तरफ से के एल गुहारिया ने बताया कि गुना में जो घटना घटित हुई है। प्रशासन को इस विषय में दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इसके साथ ही शोभापुर निवासी संतराम डागौर के साथ 4000000 की धोखाधड़ी हुई। इसकी शिकायत भी एसपी ऑफिस में की गई। अब्बू इब्राहिम ने देवेश भार्गव के साथ मिलकर प्लाट दिलाने के नाम पर संतराम और उसकी पत्नी का आधार कार्ड, पैन कार्ड, इनकम टैक्स रिटर्न और अन्य दस्तावेज लिए।धनवंतरी नगर में प्लाट फाइनेंस करवाने के नाम पर इस दस्तावेज का इस्तेमाल किया और आईसीआईसीआई बैंक और एसपायर बैंक से 4000000 रुपए का लोन फाइनेंस करा लिया। लोन की पूरी रकम ये दोनों लेकर चले गए। संतराम के हाथ ना तो प्लाट आया ना लोन का पैसा। हाथ में आया लोन चुकाने का दबाव और जिम्मेदारी। वह दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। बच्चों के स्कूल की फीस नहीं दी गई। इस विषय में भी बाल्मीकि समाज की तरफ से जिम्मेदार अधिकारियों से उचित कार्यवाही करने की प्रार्थना की गई है।