चीन की दगाबाजी पर आक्रोश में है देश
शहीद सैनिकों के लिए आंखें नम और चीन के लिए भोंहें तनी हुई
जबलपुर। चीन के द्वारा गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर किए गए कायराना हमले का चौतरफा विरोध नजर आ रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस विषय को लेकर के जनता में गुस्सा है और वह गुस्सा जाहिर भी हो रहा है। सभी राजनीतिक दल चीन की इस हरकत की आलोचना कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने भी देशव्यापी अभियान चलाकर चीन की इस हरकत का विरोध किया है। आम आदमी पार्टी की तरफ से गोपाल राय के आह्वान पर पूरे देश में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। साथ ही केंद्र सरकार को भी इस विषय पर आड़े हाथों लिया गया।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. मुकेश जैसवाल के नेतृत्व में देश व्यापी आव्हान पर आज जबलपुर मालवीय चौक पर चीन के खिलाफ सैनिकों के सम्मान में आक्रोश प्रदर्शित किया गया। आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री डॉ मुकेश जायसवाल ने वीर शहीदों को विन्रम श्रधांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज भारत की विदेश नीति फेल हुई है।एक तरफ भारत और चीन की वार्ता चल रही है, वही दूसरी तरफ चीन रात में भारत के निहत्थे सैनिको पर हमला कर देता है। हमले में हमारे 20 सैनिक शाहिद हुए। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की जनता को सच नही बता रहे है। डॉ जायसवाल ने कहा हमले के बाद सुबह कहा जाता 03 सैनिक शहीद हुए है। शाम होतें होते 20 सैनिकों की शहीद होने की खबर आती है। लगभग 40 सैनिक घायल हो गए। यह भी कहा गया कुछ सैनिकों को चीन ने अपने कब्जे में ले लिया है। हद तो तब हो गई जब भाजपा के मुखियाओं के साथ भाजपा के प्रवक्ता ने यह तक कह दिया की चीन ने भारत को कोई जमीन में कब्जा नही किया न भारत की जमीन पर आगे आये है। फिर भी देश के 20 सैनिक शाहिद हो जाते है। ओछी ओर घटिया राजनीति ने 20 सेनिको को शहीद करवा दिया। देश के प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री को देश की जनता की को सच बताना ही होगा। आज आम आदमी पार्टी ने पूरे देश मे चीन के विरोध में सेनिको के सम्मान में काली पट्टी बांध कर हाथों में गुलामी की रस्सी बांध कर अपने को गुलाम महसूस करते हुऐ आक्रोश प्रदर्शन किया, और कहा कि चीन के साथ हर प्रकार के सम्बन्ध को तोड़ते हुए शहीद सैनिकों का बदला लेना होगा। एक सर की दस सर लाने वाले 56 इंच के प्रधानमंत्री को 130 करोड़ भारत वासी का बदला लेना होगा।आज के आक्रोश प्रदर्शन में मनोहर लाल जाटव, प्रवीण परसाई, बृजेश चतुर्वेदी, समीर खान, अब्दुल्ला, राजू विश्वकर्मा, गेंदालाल चक्रवर्ती, सारिका यादव, मदन शर्मा, राजकुमार कुशवाहा पदाधिकारी उपस्थित रहे।