नियुक्ति के इंतजार में है शिक्षक।
नियुक्ति दो या इच्छा मृत्यु।
जबलपुर। मध्यप्रदेश में शिक्षकों को परीक्षा लेकर भर्ती तो कर लिया गया। किंतु अब तक नियुक्ति नहीं दी गई। जिसके चलते शिक्षकों का समय बर्बाद हो रहा है।
मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती सितंबर 2018 में निकाली गई और फरवरी-मार्च 2019 में परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। परिणाम भी आ गया। जनवरी 2020 से मार्च तक काउंसलिंग की प्रक्रिया चली। किंतु कोरोनावायरस के कारण यह प्रक्रिया रोक दी गई। बाद में जन्म हुआ यह प्रक्रिया 1 जुलाई से आरंभ की गई 3 जुलाई को रोक दी गई।
चयनित शिक्षकों ने बार-बार अपने अधिकारियों को अवगत कराया। किंतु कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। 14 अगस्त 2020 को समस्त चयनित अभ्यर्थियों ने राज्यपाल को नियुक्ति देने या सामूहिक इच्छामृत्यु देने हेतु आवेदन पत्र प्रदान किया था। किंतु उस पर भी कोई विचार नहीं किया गया। आज फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अंतिम गुहार लगाते हुए सभी चयनित शिक्षकों ने मांग की है कि नियुक्ति देने की कृपा करें अथवा हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण विभाग जबलपुर और जबलपुर कलेक्टर में ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में शैलेश, नरेंद्र मालवीय, चंद्रशेखर, मेघा जैन, दीपिका, प्रीति पटेल, इमरान खान, ज्योत्सना शर्मा, वीरेंद्र गोटिया, के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक गणों ने बुलंद की आवाज।