पोषण एवं खाद्य सुरक्षा की कार्यशाला में कुपोषण दूर करने के उपायों पर हुई चर्चा
छतरपुर. महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के मुख्य आतिथ्य में खजुराहो के एक निजी होटल में आयोजित हुई दो दिवसीय कार्यशाला का आज समापन हुआ। समापन अवसर पर जनसमुदाय में पोषण एवं खाद्य सुरक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन के तरीकों और नवाचार के जरिए कुपोषण दूर करने के उपायों पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर मंत्री इमरती देवी ने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए विभागीय अधिकारी-कर्मचारी कार्ययोजना तैयार कर प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सहयोगी विभागों द्वारा भी टीमवर्क और समन्वय स्थापित कर इस दिशा में कार्य किया जाए। मंत्री ने खाद्य उत्पादों में मिलावट के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि लोगों को इसके लिए जागरूक करना भी जरूरी है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के आयुक्त नरेश पाल ने पोषण के क्षेत्र में व्याप्त चुनौतियों से अवगत कराते हुए इसके उन्मूलन के लिए पोषण वाटिका जैसी पहल को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश की स्थिति कुपोषण के मामले में ठीक नहीं थी, लेकिन समन्वित प्रयासों से अब इसमें काफी सुधार हुआ है। कलेक्टर मोहित बुंदस ने मंत्री को छतरपुर जिले में कुपोषण की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और जिला प्रशासन के सहयोग से इस दिशा में किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले डीपीओ और सीडीपीओ को सम्मानित किया। कार्यशाला में कलाकारों ने स्थानीय दिवारी नृत्य की प्रस्तुति भी दी। मंत्री द्वारा दर्शना संस्था द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया।
कार्यशाला की शुरूआत में आयोजक संस्था द्वारा मंत्री और अन्य अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। विभागीय अधिकारियों ने अपने फील्ड विजिट के अनुभवों को साझा किया और नवीन अनुप्रयोगों को अपने जिलों में लागू करने का भरोसा दिया।
प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में विभाग के डीपीओ, सीडीपीओ सहित दर्शना और अन्य एनजीओ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।