बेटे की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने दर दर भटक रहा आदिवासी बुजुर्ग
एस डी ओ पी के आश्वासन से जगी उम्मीद,हत्या का हो सकता है जल्द खुलासा
रीवा । एस पी राकेश सिंह के सख्त तेवरों के बाद भी मऊगंज पुलिस की कार्य प्रणाली मे सुधार नही आ रहा है। 8 महीने पूर्व जनकपुर बराँव गांव मे आदिवासी बालक की ह्त्या के आरोपियो को पकड़ने मे मऊगंज पुलिस की उदासीनता सामने आई है।गौरतलब है की 8 माह पूर्व मऊगंज अनुभाग अन्तर्गत जनकपुर बराँव गांव मे आदिवासी परिवार के 15 वर्षीय बालक राज मोहन कोल की हत्या कर दी गई थी। परिजनो द्वारा आशंका आखो देखी व्यक्त की गई थी कि हत्यारे बालक की हत्या कर शव को घर के अंदर रस्सी मे बाध कर फांसी पर लटका दिये थे ताकि आत्महत्या का मामला साबित हो। तब से मृतक के माता पिता इंसाफ पाने के लिये थाने सहित विभाग के आला अधिकारियों से हत्यारों को पकड़ने की गुहार लगाते रहे किन्तु आज तक इन्साफ नहीं मिला। थक हार कर आदिवासी पिता न्याय की उम्मीद छोड़ चुके थे लेकिन बीते दिनो मऊगंज एसडीओपी शैलेंद्र शर्मा के पास शिकायती पत्र लेकर पहुंचे। जिस पर शैलेंद्र शर्मा ने पूरा घटनाक्रम समझने के बाद पीड़ित को आश्वस्त किया कि अगर बच्चे की हत्या कर फांसी पर लटका दिया गया तो इसकी वास्तविक जांच कराई जाएगी और हत्यारे सलाखों के पीछे होँगे।देखते हैं एस डी ओ पी शैलेंद्र शर्मा के आश्वासन के बाद आदिवासी पिता को न्याय मिलता है या सिस्टम के आगे बुजुर्ग आदिवासी पिता की उम्मीदें बेटे के हत्यारो को पकड़वाने दम तोड़ देती हैं।