महामहिम उपराष्ट्रपति करेंगे आदिवासी महोत्सव का शुभारंभ
रामनगर में दो दिवसीय आयोजन आज से
मण्डला. दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन रामनगर में किया जा रहा है। इस महोत्सव का शुभारंभ महामहिम उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटैल, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय आदिवासी विकास मंत्री रेणुका सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया डीआईजी पुलिस आरएस डहेरिया, पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों ने मुख्य सभा स्थल एवं हेलीपेड में की गई तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम के प्रथम दिवस महामहिम उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी द्वारा महोत्सव का शुभारंभ किए जाने के पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में जिसमें प्रदेश के ख्यातिलब्ध आदिवासी नृतक दलों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी जायेंगी। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस संगोष्ठी, महिलाओं की चित्रकला, मेंहदी, रंगोली तथा खेलकूद आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा।
प्रातः 11 बजे होगा महामहिम उपराष्ट्रपति का आगमन महामहिम उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी महामहिम उपराष्ट्रपति 15 फरवरी को प्रातः 9ः55 बजे डुमना जबलपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 10ः35 बजे रामनगर पहुचेंगे। महामहिम उपराष्ट्रपति 10ः40 बजे रामनगर हेलीपेड से प्रस्थान कर 10ः50 बजे कार्यक्रम स्थल पहुचेंगे और 11 से 12 बजे तक आदिवासी महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता कर दोपहर 12 बजे रामनगर से जबलपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
कलेक्टर ने की तैयारियों की समीक्षा कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया ने रामनगर के मुख्य समारोह स्थल पर अधिकारियों की बैठक लेते हुए तैयारियों की समीक्षा की। कलेक्टर ने मंच, बैठक व्यवस्था, पार्किंग, भोजन, पेयजल, फायर ब्रिगेड आदि के संबंध में विस्तार से चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर ने तैयारियों में सुरक्षा के मापदण्डों का पालन करने के निर्देश दिये। बैठक में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन के संबंध में भी चर्चा की गई।
ख्यातिलब्ध नृतक दल देंगे प्रस्तुतियाँ आदिवासी महोत्सव के प्रथम दिवस ख्यातिलब्ध आदिवासी नृतक दलों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी जायेंगी। कार्यक्रम में राजस्थान, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिण्डौरी आदि जिलों के कलाकारों द्वारा शैला, करमा, गौंड़ी, बैगा, गैंड़ी, रीना, गुदुमशैली आदि नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे।