विकास की समस्त योजनाएं जमीन पर औंधे मुंह गिरीं
जीतू पटवारी के व्यंग के पीछे नाकामियां छुपा रही है बीजेपी सरकार :टीकाराम कोष्टा।
जबलपुर-मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने व्यंग्यात्मक लहजे में जो बात कही भारतीय जनता पार्टी ने उसे महिलाओं के अपमान से जोड़कर एक मुद्दा बना दिया। अब कांग्रेस उस मुद्दे को पंचर करने में लगी है ताकि उस मुद्दे की हवा निकल सके कुल मिलाकर इस राजनीतिक नूरा कुश्ती को जनता बड़े गौर से देख रही है वक्त आने पर बता देगी असली पहलवान कौन है।
प्रदेश प्रवक्ता टीकाराम कोष्टा ने कहा कि मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने लोक लुभावने नारे पर व्यंग्यात्मक लहजे में कहा था कि 6 साल में कई इसे नारे योजनाएं आई जैसे नोटबंदी, जीएसटी, आदर्श ग्राम, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, शौचालय ,लेकिन विकास कहीं नजर नहीं आया उल्टे 6 साल बाद सरकार की ताजा रिपोर्ट आदर्श बनाना तो दूर कई ऐसे आदर्श गांव मिले जो खुले में शौचालय मुक्त घोषित नहीं हुए । जबकि पूरा देश मुक्त घोषित है । कहने का मतलब यह है कि भाजपा ने विकास के लिए जितनी भी योजनाएं बनाई वह सारी असफल साबित हुई। भाजपा अपनी असफलता को छुपाने के लिए व्यंग्यात्मक टिप्पणी को महिलाओं के अपमान का मुद्दा बना रही है। भाजपा महिला मोर्चा को महिलाओं के मान सम्मान की उस समय याद नहीं आई। जब भाजपा विधायक द्वारा एक महिला के साथ बलात्कार किया जाता है ।और उस महिला के परिवार को प्रताड़ित ही नहीं उससे संबंधित लोगों को दुर्घटना के द्वारा हत्या कराई जाती है। प्रदेश प्रवक्ता टीकाराम कोष्टा ने कहा कि देश के नंबर एक राज्य में कानपुर उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा संचालित बालिका संरक्षण गृह में सात गर्ववतीयों और एक एचआईवी पॉजिटिव समेत 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई। लड़कियों की उम्र 15 से 17 साल के बीच है । जिसमें 2 बच्चे गर्भवती और एक को एड्स निकला इसी प्रकार बिहार के मुजफ्फरपुर में के बालिका गृह यूपी के देवरिया में लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले सामने आ चुके हैं। उस समय बच्चियों एवं महिलाओं के मान सम्मान को मुद्दा क्यों नहीं बनाया गया ? भाजपा महिला मोर्चा से पूछना चाहता हूं क्या वह देश की सम्मानित महिलाएं नहीं थी ? इस तरह से पूर्व मंत्री के व्यंग्यात्मक विकास की बातों को मुद्दा बनाना राजनीति से प्रेरित है ।