संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति
जबलपुर। प्रदेश भर के संविदा कर्मचारी ने अलग अलग जगहों पर प्रदर्शन करने के साथ हजारों पोस्टकार्ड भेजे । इसके अलावा कार्यस्थल में पोस्टर प्रदर्शन किया ।वही जहाँ शासन ने नियमित करण करने का,90 प्रतिशत वेतनमान देने का आवेदन आजतक स्वीकार नही किया । अब हम सभी का इच्छामृत्यु की अनुमति आवेदन ही स्वीकार कर ले सरकार तो संविदा से मुक्ति मिले जायेगी । वैसे सरकार और कुछ तो दे नही पाई संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को,इच्छामृत्यु ही दे दे । ज़िले सहित कोरोना से दिनरात जंग लड़ रहे प्रदेश भर के 19000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी ने ठाना हैं कि सरकार जब तक हमारी समस्याओं का निदान नहीं करती तब तक प्रदर्शन करेंगे । इस इच्छा मृत्यु कार्यक्रम में रहे उपस्थित – संविदा चिकित्सक, नर्स,फार्मासिस्ट,लैब टेक्नीशियन, एएन एम,प्रबन्धनइकाइयां,ऑपरेटर,आयुष,एड्स,टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारी शामिल हुए कार्यस्थल में बैनर पोस्टर के साथ पोस्टकार्ड अभियान चलाकर प्रदर्शन किया गया । जबकि इस समस्या को लेकर विगत समय से नियमितीकरण न किये जाने एवं 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन की संविदा नीति,नियमित समकक्ष पद 90 प्रतिशत वेतनमान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2 साल बीत जाने के बाद भी लागू न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त हैं ।कोविड 19 में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हुई आकस्मिक मृत्यु,स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी शहीद कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपये व अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी गई । वही मुख्यमंत्री कोविड 19 कल्याण योजना से भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हैं वंचित,नहीं दी जा रही 10,000/- की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि बिना बीमा पेंशन ,अनुकम्पा ,सामाजिक सुरक्षा ,महगाई – दैनिक और नियमित की तुलना में आधे वेतन में कार्य कर रहें हैं । जिसकी मांग प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील नेमा ,रवि बोहत जिला जबलपुर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कर रहे हैं ।