स्वास्थ्य अधिकारी पर इतनी कृपा का क्या कारण हो सकता है?
ईएसओ के बार बार ज्ञापन देने पर भी उच्चाधिकारी मौन
जबलपुर। यूं ही नहीं ठहरा है व्यवस्था में भ्रष्टाचार, सभी लोगों का साथ है। इसीलिए भ्रष्टाचार का विकास है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उंगली उठाने वाले को, अक्सर उच्चाधिकारियों का कोप भाजन बनना पड़ता है। व्यवस्था का कोप भाजन बनना पड़ता है। एक तरफ जहां विसलब्लोअर के अधिकारों की रक्षा करने के दिखावे किए जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ हकीकत यह है कि, आवाज उठाने वाले की आवाज को बंद करने का हर संभव प्रयास किया जाता है। उसकी आवाज को लगातार अनसुना भी किया जाता है। कुछ ऐसा ही जबलपुर के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वर्तमान समय में किया जा रहा है। अखिल भारतीय इंजीनियरिंग छात्र संगठन द्वारा नगर निगम अपर आयुक्त भूपेंद्र सिंह बघेल के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार का पोल खोल अभियान चलाया जा रहा है। परंतु सभी उच्च अधिकारी ना केवल मौन हैं बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि वह इस भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह के खिलाफ ईएसओ ने निगमायुक्त कार्यालय में चस्पा किया ज्ञापन
अखिल भारतीय इंजीनियरिंग छात्र संगठन पिछले 2 माह से लगातार नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह बघेल के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के विरुद्ध 5 बार से ज्यादा ज्ञापन प्रदर्शन कर चुका है परंतु आज दिनांक तक कोई कार्यवाही उच्च अधिकारियों द्वारा नहीं की गयी न ही ज्ञापन का कोई जवाब नहीं दिया गया | जबकि ईएसओ इंडिया द्वारा लगातार नगर निगम आयुक्त महोदय को सारे साक्ष्य प्रस्तुत किए गए और लोकायुक्त पुलिस जबलपुर द्वारा 6 वर्षों से लगातार भूपेंद्र सिंह बघेल की अभियोजन स्वीकृति के लिए बार बार पत्राचार किया जा रहा है परंतु भूपेन्द्र सिंह द्वारा अपने रसूख के चलते लगातार इन पत्रों को दबा लिया जाता था जिसे कारण आज तक 6 साल से नगर निगम एवं प्रशासन की आँख मे धूल झोंक कर अपने पद का लगातार दुरुपयोग किया जा रहा है जबकि हाल ही मे लोकयुक्त पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुनः आग्रह किया गया है और संलग्न पत्र मे स्पष्ट उल्लेख है की आरोपी भूपेंद्र सिंह ,तत्कालीन भवन अधिकारी ,नगर निगम जबलपुर की अभियोजन स्वीकृति आदेश पर्याप्त समय व्यतीत हो जाने के बावजूद आज तक लोकायुक्त पुलिस को अप्राप्त है | जिसके कारण आरोपी भूपेंद्र सिंह जिन पर सभी आरोप सिद्ध पाये गए उसके बावजूद आज दिनांक तक माननीय न्यायालय के समक्ष अभियोजित नहीं किया जा सका है | इससे यह तो साफ स्पष्ट होता है की भूपेंद्र सिंह द्वारा पुलिस और निगम प्रशासन की आँखों मे धूल झोंक कर लगा तार बचाव किया जा रहा है | संगठन मांग करता है की एसे भ्रष्ट अधिकारि को तत्काल निलंबित करते हुए अभियोजन स्वीकृति दी जाये और कार्यवाही की जावे साथ ही इनके द्वारा निगम और शासन प्रशासन को हुए नुकसान की भरपाई भी कराई जावे | यदि 7 दिवस के भीतर इन अधिकारी पर कार्यवाही नहीं की गयी तो पूरे प्रदेश भर मे संगठन अब उग्र आंदोलन करने बाध्य होगा साथ ही जब तक एसे भ्रष्ट अधिकारी को निलंबित नहीं किया जाएगा तब तक संगठन द्वारा निगम परिसर मे ही आमरण अनशन किया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी निगम प्रशासन और शासन की होगी | लोकयुक्त पुलिस द्वारा नगर निगम जबलपुर को भेजे गए पत्र की प्रति संलग्न है|
ज्ञापन के दौरान राष्ट्रीय महासचिव राजकुमार चक्रवर्ती ,अनिल दुबे ,विपिन दत्ता ,राकेश चक्रवर्ती ,लोकेंद्र सिंह समेत अनेकों पदाधिकारी मौजूद रहे।