11 करोड़ खर्च के बाद भी प्यासे शहरवासी
नल जल योजना मे भारी अनियमितता
उमरिया।मध्य प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप नगर पालिका को सरकार के द्वारा नगर के लोगो को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए 14 करोड़ 80 लाख रुपये दिये गये थे और इसकी समय सीमा थी 2016 से 2018 के बीच की, लेकिन इस योजना को भष्ट्राचार के दीमक ने चट कर दिया, पूरे शहर की सड़को को खंडहर मे तब्दील कर दिया गया, करीब 11 करोड़ खर्च करने के बाद भी शहरवासी प्यासे हैं॥ कमाल तो तब हो गया जब संबंधित ठेकेदार ने बिना खुदाई कराये ही पाईप बिछा दी और अधिकारियों ने मेहरबान होकर 1 मीटर का पैसा भुगतान करने मे कोई गुरेज नही किया॥ हैरानी की बात तो यह है कि यहां सभी जिम्मेदार अधिकारी और नेता चुप्पी साध कर बैठ गये है, जिसके कारण लापरवाह ठेकेदार मजे के साथ शहरवासियों के साथ लुका छुपी खेल रहा है॥
कैसे हो गया यह खेल
नगर पालिका क्षेत्र के साथ साथ जिला मुख्यालय होने के बाद भी ठेकेदार ने नपा के साथ मिलकर आज चार साल से लुडो खेलने मद मस्त है॥ इसके अलावा मशीनों और पाइपो को फैलाने के नाम पर लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च भी कर दिया गया, जबकि ठेकेदार लगातार लापरवाही बरतने के साथ तय समय सीमा मे कार्य भी पूरा नही कर पाया है और अब बजट का रोना रोया जा रहा है॥ उल्लेखनीय है कि नगर वासियों के लिए मुख्यमंत्री ने पानी की समस्या को देखते हुए उमरार जलाशय से पाईप लाईन के जरिये पानी लाकर शहर मे होने वाली पानी की समस्या से निजात दिलाने एक योजना तैयार की थी, जिसको मुख्यमंत्री नल जल योजना का नाम दिया गया, लेकिन शहर तक पानी तो नही पहुंचा परंतु ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से इस योजना को भी पलीता लगना शुरु हो गया है, अब तक इस योजना मे ठेकेदार को करीब 11 करोड़ रुपये का भुगतान भी हो चुका है मगर काम जस का तस है॥ योजना के प्रारंभ से ही चमकने वाली शहर भर की सड़को को खोद डाला गया, जिसे पाटना भी था मगर पाईप लाईन के परीक्षण के नाम पर आज चार वर्षो से लोगो के लिए केवल परेशानी परोसी जा रही है॥
3 वर्ष से हैं कलेक्टर प्रशासक
हम बता दें कि नगर पालिका परिषद उमरिया का अध्यक्षीय कार्यकाल समाप्त होने के बाद से सरकार ने जिले के कलेक्टर को बकायदा प्रशासक के रुप मे बैठाया जो कि आज तीन वर्ष से लगातार है॥ वैसे तो इस दौरान कलेक्टर तो बदले मगर न तो ठेकेदार के काम का तरीका बदला और नही शहर की पानी की समस्या का निदान हो सका॥जिससे जनता हैरान है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी सभी मौन धारण क्यों किये हुए है॥ अजब गजब बात तो यह भी है कि ठेकेदार के लिए सारे नियम कायदें नगर पालिका की दहलीज लागतें ही नचनिया का रुप ले लेते है, जो इशारे के अनुरुप बाद मे थिरकते नजर आते हैं॥ आम जन पानी का इंतजार कर रहे और अधिकारी आराम कर रहे है साथ ही नेता इस बात के लिए खुशी मना रहे है कि उदघाटन तो हमी करेंगे और हमारा कमीशन तय है, जिसे लोगो ने राम राज्य का नाम दिया है।
इनका कहना है
आज चार साल से केवल पाईप ही देखी जा रही पानी की एक बूंद नही आई, गर्मी मे भारी परेशानी होती है.. काशी बाई निवासी वार्ड क्रमां.1
इस मामले में मेरे द्वारा आपत्ति भी जताई गई थी लेकिन ठेकेदार के आदमी पाईप को बिना खोदे बिछा कर चले गये, इसमें दोषी पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए.. रवि कुशवाहा, निवासी लोहारगंज
करोड़ो रुपये की योजना आज गर्त मे जा रही है, पैसा तो आया लेकिन लाभ जनता को नही मिल रहा है, जिसके लिए नगर पालिका के अधिकारी जिम्मेदार है।शंभू लाल खट्टर, भाजपा नेताइस मामले मे जो भी है जानकारी लेकर कार्यवाही होगी कम खुदाई अगर की गई है तो जांच कराई जायेगी। शशि कपूर गढ़पाले मुख्य नगर पालिका अधिकारी उमरिया।