पृथक से हो जनगणना प्रारूप में एसटी, एससी और ओबीसी की गणना: सांसद बिसेन
लोकसभा में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री गहलोत का ध्यान किया आकर्षित
बालाघाट। लोकसभा में मुखर होकर क्षेत्र के मूलभूत सुविधाएं, विकास, जनकल्याण और सामाजिक सरोकार के विभिन्न अनछूए मसलों को लोकसभा क्षेत्र बालाघाट के सांसद डां ढालसिंह बिसेन उठा रहे हैं। पहले रेल फिर रोजगार और अब सामाजिक कल्याण के मुद्दों को सदन में रखा। उक्ताशय की जानकारी देते हुए सांसद मीडिया प्रभारी हेमेन्द्र क्षीरसागर ने बताया कि सिलसिले में कल शून्यकाल के दौरान सांसद बिसेन ने लोक महत्व के अविलंबनीय मुद्दों की श्रंखला में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत का ध्यान आकर्षित किया कि वर्ष 2021 में होने वाली जनगणना के प्रारूप में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग में आने वाले लोगों की गणना पृथक से किए जाने की मांग की। ताकि इस वर्ग के अंतर्गत आने वाले लोगों को उनका समुचित अधिकार प्राप्त हो सके। उन्होंने सदन के माध्यम से इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही हेतु उचित दिशानिर्देश जारी करने का आग्रह किया।
सांसद हो तो ऐसा!
निसंदेह सांसद बिसेन के इन रंग लाते प्रयासों से सार्थक परिणाम परिलच्छित हो रहे हैं। जिन्होंने सभी आयामों को सदन, पत्रों और अधिकारियों के माध्यम से लाजवाब तरीके से जनहित में समर्पित कर जमीं पर लाया। फलीभूत सांसद बिसेन के अतुलनीय कार्यों को देखते हुए आमजन में यह भाव जागने लगा की सांसद हो तो ऐसा! सराबोर, सांसद डां ढालसिंह बिसेन की सारगर्भित, उल्लेखनीय कार्यशैली को आमजन मानस, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बखूबी सराहा हैं।