नियमों की अनदेखी कर ठेकेदार लूट रहा था पैसा
ग्रामीणों ने कहा रेत खदान का ठेका पंचायत सौंपें
ग्राम सभा में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में एक सुर से उठी मांग।
डिंडोरी। जिले में कमको रेत खदान हमेशा ही विवादों में रहा है, जहां ठेकेदार द्वारा रेत खदान में नियमों की अनदेखी कर जमकर पैसा लूटा गया, ऊंची कीमत पर रेतों की बिक्री की गई। शासन प्रशासन से मिलीभगत करके ठेकेदार द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया और लाखों करोड़ो रुपए कमाए गए। लेकिन अब कमको रेत खदान का ठेका ग्राम पंचायत को सौंपने की मांग तेज हो गई है। गौरतलब है कि विगत दिवस कमको रेत खदान का पर्यवरण अधिनियम के अंतर्गत कमको में जनसुनवाई का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमे पर्यवरण विभाग के अधिकारी सहित जिले के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कमको रेत खदान को चालू करने के पहले ग्रामीणों के दावे आपत्ति लिए जाएं, लेकिन अबकी बार ग्राम सभा के दौरान ग्रामीणों ने दावे आपत्ति लगाते हुए एक शुर में ग्रामीणों ने कहा कि कमको रेत खदान का ठेका ग्राम पंचायत को दिया जावे।
पंचायत को नहीं दिया गया ठेका तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे ग्रामीण।
ग्रामीणों ने अधिकारियों के सामने दीवारी रेत ठेकेदार पर भी गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि रेत ठेकेदार पर्यवरण विभाग के दिशा निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए नदी के अंदर मशीन लगा कर रेत निकाली जा रही है, साथ ही न तो खदान में फैनिसिंग कराया है, ओर न प्लांटेशन लगाया है।इसके बाद कमको रेत खदान को फिर से उसी ठेकेदार को दिया जा रहा है, ग्रामीणों ने कमको रेत खदान का ठेका ग्राम पंचायत को दिए जाने की मांग की जा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि दावे, आपत्ति लगाने के बाद भी विभाग द्वारा रेत खदान का ठेका भदोरियो ग्रुप को दिया जाता है तो कमको के ग्रामीण आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने की बात कही है।अब देखना यह होगा कि पर्यवरण अधिनियम के अंतर्गत जन सुनवाई में क्या ग्रामीणों की जाती होगी,या रेत ठेकेदार की।जानकारों की माने तो यह भी कहा जा रहा है कि कमको रेत खदान के लिए अनेकों बार विभाग से एनओसी भी नही ली गई, ओर न ही ग्राम पंचायत के प्रस्ताव लिया गया जो कई तरह के सवाल खड़ा रहा है।