36 घंटे तक बिल्डिंग की छत पर फसा रहा बैल
कड़ी मशक्कत के बाद गौ रक्षक रेनू कछवाहा द्वारा नीचे उतारा गया
मंडला दर्पण। नगरपालिका के सामने बने मार्केट में चौपाटी के पास एक बैल दुकानों की छत पर चढ़ गया था। हुआ यह की बैल चढ़ तो गया लेकिन गिरने-फिसलने के डर के मारे उतर नही पा रहा था। लगभग चौबीस घंटे बाद यह जानकारी गौ रक्षक रेनू कछवाहा को दी गई। चूंकि रात्रि का समय होने एवं संसाधनों की कमी होने के कारण बैल को उतारने में वे भी असमर्थ नजर आए। मंडला नगरपालिका सी एम ओ को फोन पर जानकारी दी गई तो रात्रि का समय होने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। कुल मिला कर इस मामले में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई।
सुबह तक बैल को छत पर फसे हुए लगभग 36 घंटे हो चुके थे। इस बार रेनू कछवाहा पुनः अपनी पूरी तैयारी के साथ अपने मित्र बंटी जैन को लेकर बैल को उतारने पहुंचे, और रस्से से बांध कर कड़ी जिद्दोजहद करते हुए बैल को सकुशल नीचे उतार ले आए।
उपस्थित लोगों ने गौ रक्षक रेनू का अभिवादन किया और कहा कि दो दिन से भूखे प्यासे बैल को नीचे उतार कर आपने पुण्य का कार्य किया है उसके लिए मंडला की जनता आपको धन्यवाद देती है। रेनू ने कहा की हम तो गौ सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं पर समय समय पर शासन को भी हमारा सहयोग करना चाहिए। कभी कभी ऐसी स्थिति बनती है कि बिना संसाधनों के कार्य करना संभव नहीं हो पाता है।