आदिवासी बालक छात्रावास का आलम अस्त-व्यस्त
देर रात रामकिशोर कावरे ने ली आला अधिकारियों की खबर
परसवाडा। प्रदेश सरकार अच्छी पढ़ाई, दवाई कमाई, आवाजाई, सुनवाई के नाम पर अपनी पीठ थपथपाते नहीं थकती। उलट उनके नुमाइंदे शासन की योजनाओं को अपनी हठधर्मिता और उदासीनता से पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे ही अनेकों वाक्यों ने सरकार की पोल पट्टी खोल कर रख दी जब परसवाड़ा क्षेत्र के विधायक रामकिशोर कावरे ने स्कूल-स्कूल, अस्पताल-अस्पताल और छात्रावास-छात्रावास जाकर वस्तुस्थिति की टोह ली तो शासन प्रशासन की ढींगे जमींदोज हो गई। बानगी बुधवार को परसवाडा क्षेत्र के आखिरी छोर पर मौजूद ग्राम कुमादेही सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास में मौके से नदारद अधीक्षक गोंद सिंह मेरावी ने क्षेत्रीय विधायक को लंबा इंतजार करवाया। बावजूद वहां रह रहे छात्रों की समस्याओं को लेकर संजिदा और अपने वादे के पक्के विधायक रामकिशोर कावरे टस से मस नहीं हुए। अधीक्षक के आते ही अस्त-व्यस्त आलम, गंदगी की सराबोरता और छात्रवृत्ति की आपूर्ति सहित अन्य मुद्दों पर देर रात तक उनकी जोरदार खबर ली। 2- 2 साल से 2-2 साल की छात्रवृत्ति नहीं मिलने पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुमादेही के प्राचार्य से बात की। बाद विधायक कावरे ने दूरभाष पर प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल छात्रवृत्ति छात्रों को मुहैया करवाने सहित छात्रावास की दयनीय हालत सुधारने की कड़ी हिदायत दी।
प्रशासनिक अमला अलमस्त : विधायक कावरे
दौरान विधायक कावरे ने कहा कि अभी तक मेरे द्वारा कुछेक को छोड़कर सभी छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया गया है। सभी जगह की मौलिकता से मैंने जिला प्रशासन, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग और शिक्षा विभाग को अवगत करवा चुका हूं। बजाय कार्रवाई के यह अमला अलमस्त बना पड़ा है। पनाह में अधीनस्थ कर्मचारी की पौ-बारह हो रही है और दिनों-दिन चुक पर चुक करते हुए जरूरतमंदों से शासन की योजनाओं को दूर करते जा रहे हैं। आगे विधायक कावरे ने कहा आलम ऐसा ही बना रहा तो आने वाले विधानसभा सत्र में दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए सरकार की नींद हराम कर देंगे। इस अवसर पर पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष संभल सिंह धुर्वे, श्री शिव सर, हिरदेश हिरवाने, उक्खन लाल टेम्भरे, धीरेंद्र पटले समेत ग्रामीण जन, जनप्रतिनिधि तथा छात्रगण मौजूद रहे।