जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेशलाइफस्‍टाइल

अपने ही परिजनों से पीड़ित हैं पेंशनर जेडब्लू एम।

अपने ही परिजनों से पीड़ित हैं पेंशनर जेडब्लू एम।
उच्च अधिकारियों से व्यक्त की अपनी पीड़ा।
जबलपुर। उम्र के उस पड़ाव में जहां व्यक्ति को ,अपनों के साथ और सहारे की जरूरत होती है। अपनों के सम्मान और सहयोग के जरिए, व्यक्ति अपने जीवन का चौथा पन आसानी से काट लेता है। लेकिन अगर वहीं अपने परेशान करने पर उतारू हो जाएं। तो जिंदगी बहुत ही मुश्किल हो जाती है। और ऐसी ही मुश्किलों से गुजर रहे हैं, वाहन निर्माणी जबलपुर में,कनिष्ठ कार्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत रहे वासुदेव मजूमदार।
2008 में अपने पद से सेवानिवृत्त हो चुके वासुदेव के परिवार में केवल उनकी एक पुत्री है जो मुंबई में अपने पति और बच्चे के साथ रहती है पत्नी की मृत्यु हो चुकी है ।यहाँ जबलपुर में उनके साथ एक भाई की पत्नी अपनी माँ के साथ और दो कुंवारे भाई है ।
वासुदेव आज इस घर में रहते हैं ।उसे साल 1974 में उनके पिताजी ने रजिस्टर्ड बैनामें के जरिए खरीदा था। आज तक राजस्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज नहीं है ।इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया जारी है।
वासुदेव मजूमदार के साथ उनके दो छोटे कुंवारे भाई भी रहते हैं। जिनके तमाम खर्चे को वासुदेव ही उठाते आ रहे हैं ।मकान के एक हिस्से में उनके अन्य भाई स्व.हरि कृष्ण मजूमदार की पत्नी नीता मजूमदार रहती हैं। वासुदेव अपनी बहू नीता मजूमदार से परेशान है ।उनका कहना है कि वह अपनी मां और आसपडोस के लोगों के साथ मिलकर उन्हें आये दिन परेशान करती हैं ।उन्हें दो बार जान से मारने की कोशिश की है ।वह उस पूरे मकान को हड़पने की कोशिश कर रही हैं।उसने उनकी जिंदगी नरक बना दी है। उनका एक बेटा है आकाश मजूमदार ,जो कि भारतीय सेना में मेजर के पद पर कार्यरत हैं और अभी हैदराबाद में पदस्थ है। उसके एक फोन कॉल पर पुलिस एक्शन में आ जाती है और उन्हें परेशान करती है ।रांझी थाने की पुलिस का स्टाफ भी उनकी बात नहीं सुनता है बल्कि उन्हें ही थाने में जबरन बिठाल कर रखता है। इन तमाम बातों से आहत होकर वह इस शिकायत को उच्च अधिकारियों को कर रहे हैं।
पार्किंसन और डायबिटीज से पीड़ित वासुदेव का कहना है कि उनके मकान के कमरे और रसोई पर उनकी बहू नीता मजूमदार ने अनाधिकृत रूप से कब्जा कर लिया है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि नीता मजूमदार से होने वाली आये दिन की परेशानियों से छुटकारा दिलाया जाए और इस विषय में उचित कार्रवाई की जाए। रांझी थाने के स्टाफ द्वारा उनके साथ जो बदसलूकी की गई है ।उसके तहत स्टाफ पर कानूनी कार्रवाई की जाए। नीता मजूमदार ने उनके खुद बनाये मकान में जिन स्थानो पर जबरन कब्जा किया है ।उसे तत्काल मुक्त कराया जाए।साथ ही उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।

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