महाकौशल प्रांत के 21जिलों के 21हजार युवा – छात्रों को स्वावलंबी बनाने पंजीयन शुरू
जबलपुर। महाकौशल प्रांत के 21 जिलों में वन-औषधि आयुष स्टार्टअप, वनोपज-वनधन विकास केंद्र, मोटा-अनाज आधारित उद्यमिता, फूड प्रोसेसिंग, जनजातीय उद्यमिता,जल – उर्जा सहकारिता,हस्तशिल्प, हथकरघा, टेक्सटाइल, खिलौना स्टार्टअप, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स स्टार्टअपसहित 45 उद्यमिता सेक्टर के लिए लगभग 12 लाख करोड़ का व्यापार युवाओं का इंतजार कर रहा है, इसी परिपेक्ष्य में निजी तथा शासकीय महाविद्यालय, विश्वविद्यालय एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों के वर्तमान में पढ़ रहे छात्रों / भूतपूर्व छात्रों को स्वावलंबी बनाने के सन्दर्भ में एक मासीय उद्यमिता-क्षमता-निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, कौशल तथा उद्यमिता विकास के संदर्भ में “डीपीआर का फॉर्मेट”, अलग-अलग उद्यमिता सेक्टर में उद्यमिता प्रारंभ करने के विभिन्न आईडिया की सूची, तकनीकी की जानकारी, मशीनरी की जानकारी, कोटेशन मंगाने की जानकारी, शासकीय योजनाओं की जानकारी के साथ उद्यमिता जीवन चक्र की समस्त जानकारी एवं निर्धारित फॉर्मेट तथा पाठ्यक्रम-सामग्री को छात्रों को निशुल्क दिया जाएगा।
भारत सरकार की परियोजना के अंतर्गत45 उद्यमिता सेक्टर के लिए क्षमता-निर्माण का निशुल्क प्रशिक्षण:
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए परियोजना की प्रोफेसनल इंस्ट्रक्टर सुश्री पूजा जायसवाल ने बताया कि राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय अमरकंटक)द्वारा संचालित इलेक्ट्रोनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार की परियोजना के अंतर्गतयुवा एवं छात्रों को स्वावलंबी बनाने के लिए एक माह का उद्यमिताक्षमता निर्माण का प्रशिक्षण कराया जायेगा तथा उन्हें “सर्टिफिकेट इन स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट” भी पुर्णतः निशुल्क प्रदान किया जायेगा,इस सर्टिफिकेट का उपयोग विभिन्न शासकीय योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय सहायता / लोन, औद्योगिक भूमि या क्लस्टर के आवंटन के लिए युवा कर सकेंगे। इलेक्ट्रोनिकी मंत्रालय भारत सरकार के इस प्रोजेक्ट के मुख्य अन्वेषक तथा अधिष्ठाता प्रो (डॉ) विकास कुमार सिंह है, जिन्होंने स्वावलंबी पाठ्यक्रम को डिजाईन तथा डेवेलोप किया है।कोर्स में स्टार्टअप, इनक्यूबेशन, व्यापार, नया उद्यम प्रारंभ करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक, नवाचार का प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञों द्वारा दिया जायेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, कौशल तथा उद्यमिता विकास के संदर्भ में ऑनलाइन ऐडऑन प्रोग्राम के माध्यम सेक्रेडिट अर्न करने के लिए इंटरमीडिएट तथा महाविद्यालय / विश्वविद्यालय शैक्षणिक संस्थाओं के छात्रों को ऐसे प्रशिक्षित कराये जाने का प्रावधान है। इसी क्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप इस पाठ्यक्रम को डिजाइन किया गया है। छात्र ऑनलाइन माध्यम से अपने संस्थानों से ही इस कोर्स को पूर्ण कर सकेंगे। पंजीयन कराने वाले युवा – छात्रों को पाठ्यक्रम सामग्री में शासकीय योजनाओं की जानकारी, क्षेत्रीय संसाधनों के प्राकृतिक उपयोग, सहकारिता आधारित उद्यमिताके संबंध में युवाओं को मार्गदर्शन दिया जाना है ।इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के प्रोजेक्ट के अंतर्गत संचालित ऑनलाइन स्वावलंबन पाठ्यक्रम में निम्न ऑनलाइन लिंक पर निशुल्क पंजीयन करने के लिए प्रत्येक जिलें के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों का पंजीयन के लिए लिंक जारी कर दिया गया है, इसमें न्यूनतम योग्यता: 10वीं पास, पंजीकरण की अंतिम तिथि: 10 फरवरी 2023, कोर्स की अवधि: 18 फरवरी 2023 से 18 मार्च 2023 तथा प्रवेश शुल्क: शून्य है।
एडमिशन लिंक:-