जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

डी.पी.आई का अध्यापकों के साथ अनदेखा व्यवहार

जबलपुर दर्पण। मध्य प्रदेष जागरूक अधिकारी कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष राॅबर्ट मार्टिन ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्य से बताया कि आयुक्त लोक षिक्षण संचालनालय ने तुगलगी आदेष जारी कर अध्यापकों की प्रथम क्रमोन्नतिको निरस्त किया था और आज दिनांक तक किसी भी प्रकार से कोई आदेष जारी कर क्रमोन्नति देने हेतु निर्णय नहीं लिया गया जिससे अध्यापक संवर्ग में रोष व्याप्त है। संघ ने बताया कि आयुक्त लोक षिक्षण म. प्र. भोपाल द्वारा दिनांक 08.03.2021 को आयुक्त लोकषिक्षण संचालनालय के द्वारा आदेष जारी कर प्रथम क्रमोन्नति के आदेष को निरस्त किया गया था जिसे पूरे दो वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार का अध्यापक संवर्ग के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया। जो अध्यापकों के साथ अब तक बड़ा छलावा है। जबकि राज्य षिक्षा सेवा में संविलियन आदेष में प्रथम क्रमोन्नति देने का उदाहरण सहित उल्लेख है। और अभी तक निर्णय न लेना अध्यापकों के साथ सबसे बड़ा धोखा है। साथ ही कई षिक्षक सेवानिवृत्त हो गए हैं उन्हे क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिला। क्रमोन्नति का लाभ नहीं जिसके कारण से उन्हे वरिष्ठता में भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
संघ ने आगे बताया कि आयुक्त लोक षिक्षण मध्य प्रदेष द्वारा जारी यह आदेष षिक्षाविभाग की छवि धूमिल करता है साथ ही यह लोक सेवकों के साथ छलावा है और इस आदेष से लोक सेवकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की मंषा है। यदि अध्यापक संवर्ग की सेवा अवधि की गणना नहीं की जाती तो संघ के द्वारा उग्र आन्दोलन किया जाएगा।
संघ के जिलाध्यक्ष-राॅबर्टमार्टिन, दिनेष गौंड़, शहीर मुमताज, स्टेनली नाॅबर्ट, राकेषश्रीवास, हेमन्त ठाकरे, क्रिस्टोफर नरोन्हा, सुनील झारिया, अफरोज खान, उमेष सिंह ठाकुर, आषाराम झारिया, एनोज़ विक्टर, सुधीर अवधिया, रवि जैन, विनोद सिंह, राॅबर्ट फ्रांसिस, अजय मिश्रा, सुधीर पावेल, चैतन्य कुषरे, मनीष मिश्रा, संतोष चैरसिया, विष्वनाथ सिंह, मुकेष चंदेल, समर सिंह ठाकुर, त्रिलोक सिंह, कन्हैया लाल पटेल, विषाल सिंह, आकाष भील, नितिन तिवारी, आदेष विष्वकर्मा, मुकेष प्रधान, इमरत सिंह, राषिद अलि, कमलेष दुबे, राजेष सहारिया, आदि ने आयुक्त लोक षिक्षण संचालनालय से मांग की है कि क्रमोन्नति देने के आदेष शीघ्र जारी किए जाए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page