डायरिय की संका पर भण्डरा पहुंचकर कलेक्टर ने दिये गांव में साफ-सफाई व स्वस्थ रहने के निर्देश

जबलपुर दर्पण। सिहोरा तहसील के गांव भण्डरा में उल्टी दस्त से दो मृत्यु होने की सूचना मिलने पर कलेक्टर दीपक सक्सेना तुरन्त स्थिति का जायजा लेने गाँव पहुंचे । इसके पहले उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, और जनपद पंचायत अमले को भण्डरा पहुंचाकर घर-घर सर्वे करने के निर्देश दिये। इन सभी विभागों का अमला सुबह से वहां पहुंच चुका था। हालांकि इन विभागों के अधिकारी व कर्मचारी गांव के प्रत्येक घरों पर सर्वे किया। परन्तु संक्रामक रोग फैलने जैसी कोई स्थिति कही नजर नहीं आई।
कलेक्टर सक्सेना ने खुद स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि गांव में कोल समाज के ही एक परिवार में चार जुलाई को वैवाहिक समारोह से घर लौटने के बाद चंदा बाई की तबियत खराब हो गई थी। उसी दौरान उल्टियां होने के कारण चंदा बाई (उम्र 49) वर्ष की मृत्यु को प्रमुख कारण बताया। वहीं 22 माह के शिवम कोल की मृत्यु की वजह उसका बहुत ज्यादा कमजोर होना बताया गया। श्रीमती चंदा बाई कोल की मृत्यु 5 जुलाई की सुबह लगभग साढ़े छह बजे होना बताया गया। चंदाबाई के पुत्र सुखचैन कोल ने बताया कि उसकी मां को चार और पांच जुलाई की दरमियानी रात करीब तीन बजे से उल्टियां शुरू हुई थीं।
कलेक्टर स्वयं चंदा बाई कोल के घर पहुंचकर पुत्र सुखचैन से बात चीत कर मां को उल्टी होने के कारणों के बारे में पूछा। घर के बर्तनों में भरा पानी की जांच भी की गई। हालांकि सुखचैन ने बताया कि उनके घर पानी अच्छा आता है। गांव में पानी की सप्लाई नल जल योजना के माध्यम से होती है।कलेक्टर ने 22 माह के शिवम की मुत्यु के कारणों की वजह भी स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास के स्थानीय अधिकारी व कर्मचारियों से जानी। उन्होंने ग्रामीणों से भी इस बारे में चर्चा की। स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के स्थानीय अमले ने बताया कि शिवम कोल पिता रामलोचन कुपोषण का शिकार था। उसकी मां गीता को बार-बार बच्चे के साथ पोषण पुनर्वास केन्द्र चलने की सलाह दी जाती थी। कई बार उसे समझाइश भी दी गई। परन्तु बच्चे के कुपोषण को लेकर ठीक से चिन्ता नहीं किया गया।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने असमय दोनों मृत्यु को लेकर ग्रामीणों से बात भी की तथा उनसे स्वयं और बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहने का आग्रह भी किया। कलेक्टर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को गांव में साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर घर-घर जाकर स्वास्थ्य के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिये। श्री सक्सेना ने आबकारी विभाग को खासतौर पर हिदायत दी भण्डरा तथा आसपास के गांव में अवैध शराब का निर्माण और विक्रय पर सख्ती से रोक लगाई जाये तथा दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये। भण्डरा गांव के कलेक्टर दौरा कार्यक्रम मै जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह, सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा, एसडीएम सिहोरा रूपेश सिंघई, तहसीलदार शशांक दुबे, जनपद सीईओ जितेन्द्र गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास एमएल मेहरा सहित कई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे