दशहरा उत्सव के दौरान आवारा पशुओं का नगर की सड़कों पर जमघट
एसडीएम,तहसीलदार निकले नगर भ्रमण पर वही गैर जिम्मेदार सीएमओ मुख्यालय से रही नदारद
पाटन,जबलपुर दर्पण। नगर में रावण दहन के बाद निकाय क्षेत्र एवं ग्रामीण इलाकों से नगर में पधारे श्रद्धालू जन दिल ही दिल में एक ही फरियाद कर रहे होगे की “हे राम” विधान सभा क्षेत्र में सक्रिय नेतानगरी को सद्बुद्धि दीजिए की अन्य विस क्षेत्र में बयान-बाजी करने के पहले अपनी विधान सभा में व्याप्त जुआ सट्टा,अवैध शराब एवं अवैध रेत, मुरूम उत्खनन तथा वर्षी से पाटन मुख्यालय में जमे अंगदो को जिले से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए जिससे शासन के द्वारा चलाई जा रही जन कल्याण की योजनाओं का लाभ बिना घूसखोरी के सीधे आम नागरिकों को मिल सके। वही आपके द्वारा मिले संरक्षण की वजह से निकाय सीएमओ श्रीमति जयश्री चौहान शासकीय कर्तव्य पालन करने में घोर लापरवाही बरत रही है। जिससे निकाय क्षेत्र के नागरिक बेहद परेशान है। प्रभु थोड़ा इधर भी ध्यान दीजिए जिससे नगर की जनता एवं लाडली बहनों के द्वारा मिले अपार वोट का कुछ तो ऋण उतर जाए। दरअसल दशहरा उत्सव के दौरान नगर की सीएमओ श्रीमति जयश्री चौहान अपने मुख्यालय में मौजूद नहीं रहने से निकाय के कर्मचारी भी नगर से नदारद रहे। बताया जा रहा है की दशहरा पर्व पर जहां एक ओर नगर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही थी वही रेस्ट हाऊस,सिविल कोर्ट चौराहा,सीएम राइज स्कूल के नजदीक आवारा पशुओं के झुंड के झुंड सड़क पर आने से नगर एवं ग्रामीण इलाकों से नगर में पधारे श्रद्धालू परेशान होते दिख रहे थे। इसके अलावा सिद्धेश्वरी माता मंदिर प्रागण में भंडारे के दौरान आवारा पशु की अफरा तफरी से हड़कंप मच गया,मंदिर प्रांगण में तैनात पुलिस कर्मी ने बड़ी मशक्कत के बाद पशुओं को सिविल कोर्ट की ओर खदेड़ने में सफलता प्राप्त की उस वक्त निकाय के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी एवं हाका गैंग के सदस्य चिन्हित स्थानों से नदारद थे। दशहरा पर्व के दौरान निकाय के द्वारा हिन्दुओं के ऐतिहासिक तीज त्यौहारो पर जिम्मेदारों के द्वारा लगातार की जा रही लापरवाही से आम जनों में भारी रोष व्याप्त है। आज निकाय की सीएमओ की कार्यशैली को लेकर नगर का हर दस में से आठ व्यक्ति दुखी है फिर भी जनता के द्वारा चुने नेता ऐसे गैर ज़िम्मेदार अधिकारियों को संरक्षण देकर नगर की जनता को लगातार धोखा दे रहे है। अब देखना होगा निकाय सीएमओ की मनमानियां ऐसे ही चलती रहेगी या फिर पूर्व सीएमओ पूजा बुनकर जैसा आंदोलन खड़ा होने के पश्चात ही कोई ठोस कार्यवाही होगी और तब जाकर पाटन निकाय की वर्तमान सीएमओ की विदाई यहां से होगी। अब देखना होगा जिम्मेदार क्या कार्यवाही करते हैं।