धान के खेत में छिपे तेंदुए का वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू
जबलपुर दर्पण नप्र। वन परिक्षेत्र मझौली बीट के अंतर्गत आने वाली इंद्राना बीट में शनिवार सुबह एक किसान के खेत में तेंदुए देखा गया,स्थानीय लोगों ने तत्काल वन विभाग की टीम को सूचना दी। जिस पर तत्कालीन वन विभाग की टीम खेत पहुंचकर देखा कि तेंदुए के जबड़े में गंभीर चोटे थी वहीँ दांत टूटा हुआ नजर आ रहा था। गांव पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करते हुए तेंदुआ को अपने कब्जे में लिया और उसे तत्काल वेटरनरी अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए रेस्क्यू टीम के रेंज ऑफिसर जेडी पटैल ने मीडिया को जानकारी दी कि उन्हें लगभग शनिवार की सुबह 6.10 बजे के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि बनखेड़ी गाँव में सड़क के किनारे एक खेत पर तेंदुए का लगभग 4 से 7 माह का शावक देखा गया है। ग्रामीणों द्वारा उसे भगाने का प्रयास किया गया जिसके कारण वह थककर धान के खेत में जाते हुए झाड़ियों में छुप गया था। इंद्राना वन विभाग के रेंजर ने अपनी वन विभाग रक्षकों के साथ सूचना पाते ही तत्काल धान के खेत के पास रेस्क्यू किया। नर तेंदुए को स्ट्रेस व एग्रेशन में होने के कारण उपचार जारी है।
वेटरनरी स्कूल ऑफ वाईल्डलाईफ फरिस्ट एण्ड हैल्थ, जबलपुर की संचालिका डॉ. शोभा जावरे ने बताया कि कुलपति डॉक्टर प्रोफेसर एसपी तिवारी ने सूचना दी कि तेंदुए के शावक को प्राथमिक उपचार हेतु सेंटर में लाया जायेगा आप अपने वन्यप्राणी स्वास्थ्य विषेषज्ञों की टीम को तैयार कराइये। तत्काल प्राथमिक उपचार की तैयारी हेतु संचालिका की निर्देशानुसार डॉ. के.पी.सिंह, डॉ. देवेंद्र पोघाडे, डॉ. अमोल रोकड़े तथा पी.जी. छात्रों को सूचित किया गया। इस प्रकार रेस्क्यू टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए इस तेंदुए के शावक को लगभग 9:30 बजे स्कूल ऑफ वाईल्डलाईफ फॉरेंसिक एण्ड हैल्थ,जबलपुर में लाया जहाँ वन्यप्राणी स्वास्थ्य विषेषज्ञों की टीम ने उसका परीक्षण किया और पाया कि शावक स्ट्रेस और एग्रेशन में है तथा एक्स-रे और गहन परीक्षण के दौरान इसके शरीर के सभी अंग प्रत्यंगों का चैकप किया गया। उपचार के दौरान पाया गया कि इसके ऊपरी हिस्से के जबड़े का एक कॉर्निसल दाँत टूटा है तथा इसकी जीभ भी कटी पाई गई सभी ने मिल कर नर तेंदुए का उपचार किया जा रहा है।