जिस पर लिखा गया पुराण, जिसकी करते परिक्रमा, वह हमारी माँ नर्मदा : डॉ. अर्जुन
शासकीय ओ.ऍफ़.के महाविद्यालय में एक दिवसीय व्याख्यान संपन्न
जबलपुर दर्पण। शासकीय. ओ.ऍफ़.के महाविद्यालय में एक दिवसीय विषय विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया, आयोजन माँ सरस्वती के पूजन पश्चात कार्यक्रम के संरक्षक महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संयोजक डॉ. रीता भंडारी के निर्देशन पर हुआ l कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में शासकीय होम साइंस कॉलेज के प्राणीशास्त्र विभाग में शिक्षण सेवा दे रहे वर्ल्ड रिकार्ड्स होल्डर डॉ. अर्जुन शुक्ला रहे l जिन्होंने माँ नर्मदा की वैज्ञानिकता एवं आध्यात्मिकता पर प्रकाश डाले, डॉ. अर्जुन ने अपने द्वारा खोज की गई प्रजातियाँ एवं उनकी जल शुद्धिकरण में भूमिका पर प्रकाश डाले, वहीं शिवपुराण, स्कन्दपुराण, अग्निपुराण, वायुपुराण एवं नर्मदापुराण के सन्दर्भ से माँ नर्मदा जन्म एवं विभिन्न तीर्थ, नर्मदा-गंगा का मिलन एवं पितृ देवो की कथा पर अपने विचार रखे l डॉ. अर्जुन ने कहा कि नर्मदा एक मात्र नदी है जिस पर पुराण लिखा गया है एवं जिसकी परिक्रमा की जाती है साथ ही नर्मदा के हर कंकड़ में शिव वास करते है, जिस प्रकार गंगा में स्नान का पुण्य है उसी प्रकार नर्मदा के दर्शन मात्र से मनुष्य के कष्टों का अंत हो जाता है । डॉ. अर्जुन ने बताया कि पुरातन मान्यता है कि मां नर्मदा को मां गंगा से भी अधिक पवित्र माना गया है इसी वजह से गंगा हर साल स्वयं को पवित्र करने नर्मदा में धार जिले के मनावर के पास नंदिकेश्वर पहुंचती हैं । यह दिन गंगा दशहरा का माना जाता है । द्वितीय सत्र में व्याख्यान से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सुधीर सिंह चंदेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा, लगभग 70 छात्रों ने हिस्सा लिया l विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया l अतिथि परिचय एवं धन्यवाद सह-संयोजक डॉ. प्रतिमा दीक्षित द्वारा दिया गया, कार्यक्रम में डॉ. आर. के रजक, डॉ. अर्चना बाजपाई उपस्थित रहे, तकनीकि सहयोग शादाब अंसारी ने किया।