जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

जैविक प्राकृतिक गणेश प्रतिमाओं को लेकर अनूठी पहल

जबलपुर दर्पण। जैविक प्राकृतिक गणेश प्रतिमाओं को लेकर अनूठी पहल कर रहा है।प्रतिमाओं के फिनिशिंग का काम चल रहा है बहुत सी मूर्तियां तैयार भी हो गई है। सांस्कृतिक प्रभारी सावित्री मैडम एवम संगीता मैडम व कॉर्डिनेटर संस्कार सोनी सर ने जानकारी दी कि दो तरह से गिर गाय के गोबर से बनी गणेश प्रतिमाएं बनाई जा रही है।एक वो जिनमे मिट्टी का भी आंशिक मिश्रण है दूसरे तरह की वो जिनमे एक प्रतिशत भी मिट्टी का उपयोग नहीं हुआ है।शिक्षक दीपक गर्ग, रितिका जैन, और शुभी अग्रवाल, रत्ना मैडम ने बताया कि प्राकृतिक उत्पादों से बना विक्रय स्टाल भी मुस्तैदी से बनाया जा चुका है।गतिविधियों को सभी शिक्षकों के मार्गदर्शन में किया जा रहा है ।श्रीमती संगीता तिवारी के अनुसार विपरीत मौसम में सूर्यदेव की उतनी कृपा नही मिली फिर भी 75% कार्य पूर्णता की ओर है।स्कूल की ओर से संचालक महोदय डॉ प्रशांत कौरव सर व डॉ अतुल पांडे सर ने रेखांकित किया कि घोषित तिथि 19 रखी गई थी पर अभिभावकों के उत्साह के कारण 16 सितंबर को ही इसे शुरू करने का संकल्प विवेकानंद विज्डम के बच्चो ने लिया है, इन्हे विवेकानंद आर्गेनिक के श्री हरिशंकर तिवारी का स्नेहिल मार्गदर्शन भी मिल रहा है।प्राचार्या अपर्णा प्यासी मैडम के अनुसार इस आयोजन के अपने प्रोटोकाल है। प्रतिमा के साथ दूर्वा स्तुति की पुस्तिका देने का भी विचार है।तथा स्कूल स्तर पर पंडाल सज्जा,पूजा थाली डेकोरेशन,रांगोली,चित्रकला के आयोजन साथ साथ चलेंगेlप्रायमरी शिक्षिका कल्पना उपाध्याय,आरती मैडम , दीपिका मैडम,सोनिया मैडम, ओलिविया मैडम डिंपी मैडम,अनिला मैडम ने विवरण देते हुए बताया कि इस अवधि में माता-पिता भक्ति के प्रतीक गणेश की अराधना के लिए बच्चो को रोज अपने घर के बुजुर्गो और माता पिता का आशीर्वाद पांव छूकर लेना होगा जिसमे बेस्ट इमेज/सेल्फी का पुरुस्कार भी दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है आर्गेनिक राखी के बाद पर्यावरण के प्रति अपनी चिंता दिखाते हुए इस नेचर स्कूल के बच्चे गोबर से बनी प्रतिमाओं को पौधो में विसर्जित करेंगे ।बायो शिक्षक दिव्यांश के अनुसार इससे बच्चो में पर्यावरण जागरण का संकल्प मजबूत होगा वही दूसरी ओर वाणिज्य शिक्षिका रंजीता दुबे मैडम के अनुसार कामर्स के बच्चे स्टाल की बिक्री के जरिए लेखा या एकाउंट की बारीकियों को व्यवहारिक रूप से सीखेंगे कि किस प्रकार व्यापार लेखा ,आय – व्यय, कैश बुक स्टॉक बुक लेखन संधारित किया जाता है ।आयोजक स्कूल की ओर से प्रायमरी प्रभारी रोमा मैडम ने बताया इससे बच्चो की कम्युनिकेशन स्किल और सॉफ्ट स्किल डेवलप होगी।
परिवहन प्रभारी लक्ष्मी कांत पटेल के अनुसार आर्गेनिक कैंपस में जैविक खेती से प्राप्त सब्जियों के उत्पादन के बाद जल्दी ही एक आर्गेनिक किचिन कम आउटलेट जोरबा नाम से निर्मित किया जा रहा है।जिसमे शुद्ध जैविक खाद्य उत्पादों का विक्रय किया जा सकेगा।इस पूरे आयोजन में शीला गिर गौशाला एवं कलगोडी महिला स्व सहायता समूह का विशेष सहयोग रहा।
संस्था ने जानकारी दी कि दीवाली में मिलेट्स और जैविक मिठाइयों के साथ गोबर से बने दिए भी एक असाइनमेंट के रूप में अगली योजना है।

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