शंकराचार्य जी के प्रवास की तैयारियों संबंधी बैठक संपन्न

जबलपुर दर्पण। पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य में सप्तम हिंदू राष्ट्र अधिवेशन इस वर्ष गीता जयंती पर उज्जैन में होने जा रहा है।जिसकी तैयारियों संबंधी बैठक गूगल मीट में संपन्न हुई। जिसमे जबलपुर से डॉ. एच. पी. तिवारी, जीवेश पांडेय, सचिन अवस्थी, डॉ.श्रद्धा तिवारी, रामायण चौबे, राजेन्द्र तिवारी, मुकेश तिवारी, कविजीत उपाध्याय, पराग शर्मा आदि प्रबुद्धजनों ने अपने विचार रखें। बैठक में बताया गया कि 21 से 25 दिसंबर के बीच उज्जैन व इंदौर में गीता जयंती के शुभ अवसर पर सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्म गुरु अनन्तश्री विभूषित ऋग्वेदीय पूर्वाग्मनाय गोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज का प्रवास प्रस्तावित है। पुरी के शंकराचार्य जी ने जुलाई 2021 में घोषणा की थी कि साढ़े तीन वर्षों कि अवधि में भारत हिंदू राष्ट्र बन जायेगा । जिसके बाद से ही हिंदू राष्ट्र की लहर पूरे विश्व में चल रही है । जिसमें हिंदुओं को संगठित करने के साथ ही हिन्दुओं के अस्तित्व और आदर्श की रक्षा सुनिश्चित करते हुए सुसंस्कृत, सुशिक्षित, सुरक्षित, सुसम्पन्न, सेवापरायण ,स्वस्थ और सर्वहितप्रद व्यक्ति तथा समाज की संरचना की जायेगी ।
पूज्य शंकराचार्य जी की घोषणानुसार हिंदू राष्ट्र निर्माण के लिए अब केवल अब 15 महीने शेष है ऐसे में इस वर्ष गीता जयंती पर पुरी शंकराचार्य जी के इंदौर और उज्जैन के शुभ आगमन के अवसर बाबा महाकाल की पावन नगरी उज्जैन में सप्तम हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन आयोजित किए जाने के उद्देश्य को लेकर पीठ परिषद, आदित्य वाहिनी , आनंद वाहिनी के पदाधिकारी एवं गुरुदेव के शिष्यों की एक संगोष्ठी भी संपन्न हुई।
प्रस्तावित सप्तम हिंदू राष्ट्र अधिवेशन में देश के सभी प्रान्तों (राज्यों)सहित हज़ारों की संख्या में सनातन धर्म के लोग उज्जैन पहुंचेंगे। इस संगोष्ठी में पीठ परिषद, आदित्य वाहिनी व आनंद वाहिनी के सम्पूर्ण भारत वर्ष के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।संगोष्ठी में आनंदवाहिनी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती कुमुद वर्मा दीदी, छत्तीसगढ़ प्रांत आनंदवाहिनी अध्यक्ष श्रीमती सीमा तिवारी दीदी, मध्य प्रदेश प्रांत के समस्त क्षेत्रीय संयोजकों विशाल शर्मा, आशीष बाजपेई ,मोहित पांडे,निलेश गंगराड़े, अरुण पांडे,अश्विनी विजयवर्गीय, रजनीश जोशी, नरेंद्र जोशी,राहुल भदोरिया,वीरेंद्र त्यागी,आनंद त्रिवेदी,कवींद्र राजपूत,राहुल पटेल, आत्माराम परमार, महात्मा जी मिथुन शर्मा, निपुण पालीवाल, अक्षत नगर, मनोज तिवारी ने भी अपने विचार रखे।