सेंट अलॉयसियस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्लाज़्मा रिसर्च पर वैज्ञानिक व्याख्यान का आयोजन
जबलपुर दर्पण। सेंट अलॉयसियस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जबलपुर में 21 नवंबर 2024 को प्लाज़्मा रिसर्च पर एक वैज्ञानिक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और नवोदित वैज्ञानिकों को नवीनतम शोध और प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करना और उन्हें इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत और अतिथि परिचय
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. रश्मि जयसवाल के स्वागत भाषण से हुई। व्याख्यान की मुख्य अतिथि सुश्री हर्षा मछर, जो कि गांधीनगर, गुजरात स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ प्लाज़्मा रिसर्च में साइंटिफिक ऑफिसर एफ हैं, का स्वागत महाविद्यालय के संरक्षक फादर तंकाचन जोस ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रेणु पाण्डेय के मार्गदर्शन में हुआ।
प्लाज़्मा तकनीक की जानकारी
सुश्री हर्षा मछर ने अपने व्याख्यान में प्लाज़्मा तकनीक के उपयोग और इसके शोध की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्लाज़्मा का उपयोग ऊर्जा उत्पादन, चिकित्सा, और औद्योगिक प्रक्रियाओं में कैसे किया जा सकता है। इसके साथ ही नैनो टेक्नोलॉजी और उससे जुड़े शोध निष्कर्षों पर भी चर्चा की गई।
युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास
अतिथि वक्ता ने युवा शोधकर्ताओं को प्लाज़्मा रिसर्च के क्षेत्र में संभावनाओं और चुनौतियों से अवगत कराते हुए इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने प्लाज़्मा तकनीक के भविष्य और उससे जुड़े वैश्विक शोध अवसरों के बारे में भी जानकारी दी।
प्रतिभागियों की सहभागिता और समापन
इस आयोजन में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। प्रतिभागियों ने व्याख्यान के दौरान प्लाज़्मा तकनीक से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछे और विषय में गहरी रुचि दिखाई।
कार्यक्रम का समापन डॉ. रश्मि जायसवाल द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने के साथ हुआ। महाविद्यालय के प्रबंधन ने इस तरह के शैक्षणिक आयोजनों को भविष्य में भी आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।