खेती करने से रोका और जानलेवा हमला किया।

पुलिस एफ आई आर नहीं लिख रही।
जबलपुर। जब किसी के सर लालच चढ़ जाता है तो वह अपनी मानवता भूल जाता है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के में मंगलवार 1/9 /2020 को अपनी फरियाद लेकर पहुंची श्रीमती लीला दुबे, बरेला के निकट हिनोतिया थाना के अंतर्गत निवास करती हैं। वो अपनी कृषि भूमि पहले पटेलों को ठेके पर देती थी। ठेके पर जमीन लेने वाले नंदकिशोर पटेल के संगे संबंधी है। उन्होंने कुछ हमारी कुछ भूमि पर कब्जा किया। तब फरियादी ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने का मन बनाया। नंदकिशोर पटेल ने जबरन इनसे ठेके पर भूमि मांगने की कोशिश की। मगर उन्होंने मना कर दिया। कई साल परेशान करने के बाद उन्होंने उनका पुश्तैनी मार्ग बंद कर दिया। इसी वाद विवाद के चलते 15 मई 2020 को उनके बेटे उमेश कुमार दुबे को जानलेवा हमला कर घायल कर दिया गया। इस हमले में नंदकिशोर पटेल, मजदूर सुखदेव झारिया, सुखदेव का जीजा अनिल मरावी उर्फअनु शामिल थे। 100 नंबर पर कॉल करने पर वो आई और घटनास्थल से उमेश को 100 नंबर ने घर छोड़ा। इसके बाद उमेश के चाचा सीताराम दूबे पर जानलेवा हमला किया गया। इन तमाम घटनाओं की लगातार सूचना पुलिस में दी जाती रही। परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई। विगत 7 जुलाई को धान पर ट्रैक्टर से स्प्रे करा दिया। और 1 एकड़ की फसल खराब कर दी गई। 13 जुलाई को पाइप की चोरी हो गई। लेकिन पुलिस ने चोरी की एफ आई आर दर्ज नहीं की। अब नंदकिशोर पटेल उनसे केस वापस लेने की धमकी दे रहा है। स्थानीय पुलिस प्रशासन से कोई मदद मिलती ना देख फरियादी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गुहार लगाई और न्याय की मांग की। फरियादी का यह भी कहना था कि नायब तहसीलदार ने उनका रास्ता खोलने का आदेश दिया पर उसका भी पालन नहीं कर रहे हैं।