जिला पंचायत उपाध्यक्ष पर कांग्रेस ने लहराया जीत का परचम:विवेक पटेल ने दी भाजपा को मात
जबलपुर दर्पण नप्र। जिला पंचायत उपाध्यक्ष के निर्वाचन में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार कांग्रेस के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश पटेल के भाई विवेक पटेल को बनाया था। वही भाजपा से पाटन मझौली विधानसभा के कद्दावर विधायक कहे जाने वाले अजय विश्नोई के बेहद करीबी सतेन्द्र सिंह उर्फ सत्तू को अपना प्रत्याशी बनाया था जिसमे कांग्रेस समर्पित विवेक पटैल ने भाजपा के उम्मीदवार सतेन्द्र सिंह सत्तू को एक वोट से धूल चटा दी।
जिला पंचायत,अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के लिए डाले गए मत इस प्रकार है। भाजपा के संतोष कुमार बरकड़े को 08 मत प्राप्त हुए वही कांग्रेस के रामकुमार सैयाम को 07 मत प्राप्त हुए जिसमें से निरस्त मत की संख्या 02 थी, इसके साथ ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष कांग्रेस प्रत्याशी विवेक पटेल को 09 मत प्राप्त हुए वही भाजपा समर्पित प्रत्याशी सतेन्द्र सिंह उर्फ सत्तू को 08 मत प्राप्त हुए कांग्रेस ने 01 मत से जिला पंचायत जबलपुर में उपाध्यक्ष की गद्दी पर जीत का परचम लहराया दिया, हालाकि कांग्रेस को यह खुशी रास नही आ रही है। क्योंकि राजनैतिक उठापटक के चलते जिला पंचायत अध्यक्ष का पद गंवाना पड़ा है। कांग्रेस की दो नेत्रियों की वजह से गवानी पड़ी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी। कांग्रेस को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में हार का सामना इन दो कांग्रेस नेत्रियों की वजह से करना पड़ा, जिसमे पहला नाम है एकता ठाकुर जो वार्ड न 8 कुंडम से निर्वाचित कांग्रेस की जिला सदस्य थी साथ ही कांग्रेस की राष्ट्रीय नेत्री और राहुल गांधी की बेहद करीबी मानी जाती थी इनको जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी नही बनाए जाने से कांग्रेस से नाराज चल रही थी उसी वजह से अपना मतपत्र रिजेक्ट कराकर भाजपा का बहुमत न होते हुए भी सत्तापक्ष की जीत का रास्ता आसान कर दिया वही कांग्रेस की दुसरी नेत्री निशा/दिनेश पटेल जो वार्ड न 06 उमरिया पनागर से जिला पंचायत सदस्य जीती थी और कांग्रेस समर्पित प्रत्याशी थी। इनके ससुर की बुढ़ागर में बहुत बड़ी क्लीनिक है जहां ये मरीजों का इलाज करके अच्छा खासा पैसा कमा रहे है, इनकी कमजोरी सिर्फ यही थी कि यह झोला छाप डॉक्टर थे जिसके कारण सत्तापक्ष के द्वारा धमकी दी गई थी अगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में वोट किया तो तुमारे ससुर की क्लीनिक पर ताला लगवा दिया जाएगा जिसकी दहशत के चलते अपना मत रिजेक्ट कराकर भाजपा की राह आसान कर दी। अब देखना होगा कांग्रेस इन नेत्रियों पर क्या कार्यवाही करती है। हालाकि बरगी विधान सभा से विधायक संजय यादव इसी तरह की घटना होने का पहले से ही अनुमान लगा रहे थे।