जबलपुर दर्पण नप्र। कांग्रेस के जिले से चुनकर आय 9 जिला पंचायत सदस्यों के बाबजूद काग्रेस पार्टी के जयचंदो की वजह से हार का सामना करना पड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में आखरी दम तक जयचंदो में मची खींचातानी के बीच भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत का परचम लहरा दिया. गौर करने वाली बात यह रही कि पिछले दिनों जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में जयचंदो के सहारे कांग्रेस को हराने वालो के नाम खुद भाजपा ही मीडिया के सामने ला रही है।
जिला पंचायत के चुनाव में संख्या बल होने के बाद भी बाजी भाजपा के हाथ में जाने से कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने खासी नाराजी जताई है। वही जिले के विधायक भी कांग्रेस के उन दो जयचंदों का नाम उजागर करने की बात कर रहे है। वही पाटन मझौली विधानसभा से विधायक अजय विश्नोई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें के बता रहे है की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश पटेल से मेरे परिवारिक संबंध है। और उनको अपने भाई को किसी भी कीमत पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनाना था और हमको अपना अध्यक्ष बनना था। कांग्रेस के दो जयचद कोन है। ये हम भी बता सकते है लेकिन कांग्रेस पार्टी उनका पता लगाएं। हमको जो चाहिए था वो हमे मिल गया मेरे मित्र राजेश पटेल को जो चाहिए था वह उनको मिल गया। ये तो एक रणनीति का हिस्सा था।
विधायक की शिकायत एव कांग्रेस पार्टी के ईमानदार कर्मठ कार्यकर्ता से मिली शिकायत को आधार मानकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को जिला कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त प्रभारी से तथ्यात्मक रूप से जानकारी प्राप्त हुई है कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश पटेल द्वारा जबलपुर में जिला पंचायत चुनाव में अधिकृत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के विरोध में कार्य किया है। उक्त आचरण अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। राजेश पटेल को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है
