गणपति स्थापना के साथ महाराष्ट्र समाज का 124 वां आयोजन

जबलपुर दर्पण। महाराष्ट्र समाज, जबलपूर का गणेशोत्सव शहर का प्राचीनतम उत्सव । लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी ने जनमानस मे व्याप्त भय के वातावरण से मुक्ती हेतू श्री गणेश उत्सव को सार्वजनिक स्वरूप प्रदान किया ।इस उत्सव के माध्यम से न केवल जन सामान्य का एकत्रीकरण अपितु सर्व सामान्य जनता मे संघठीत भाव के साथ देश भक्ती की चिंगारी को ज्वाला बनाया । 1898 से ही जबलपूर पहुची इस ज्वाला का स्वरूप 124 वे वर्ष मे हमारे संमुख है। महाराष्ट्र समाज इस आयोजन को अभी भी केवल धार्मिक रूप ही नही तो विभिन्न सांस्कृतिक ,कला ,क्रीडा प्रतियोगीता के माध्यम से नगर की प्रतिभा को प्रोत्साहित कर सम्मानित करता है। आज पुरा देश स्वतंत्रता के75 वर्ष मे अमृत महोत्सव मना रहा है। इसी कडी मे महाराष्ट्र समाज गणेशोत्सव भी अमृत महोत्सव के रंग बिखेर रहा है। समारोह मे श्री गणेश प्रतिमा स्थापना सायं 6 बजे से कर्नल शैलेंद्र बर्वे सपत्नीक द्वारा होगी ।दुसरे दिन ब्रिगेडियर राहुल गोहाड सपत्नीक पूजन आरती करेंगे ।इसी क्रम मे स्थापना उपरांत समाज के मेधावी विद्यार्थीयो का सम्मान किया जाएगा ।नवनिर्वाचित पार्षद दिनेश तामसेतवार एवं सौ प्रतिभा विध्येश भापकर का भी सार्वजनिक सम्मान समाज द्वारा किया जाएगा। महाराष्ट्र समाज अध्यक्ष डॉ रवि फडणीस, सचिव राजेंद्र बर्वे, समारोह संयोजक साईकृष्ण पाटील, हर्षल पुणतांबेकर, सौरभ बापट, आशुतोष गोडबोले, चिन्मय जोशी ने सभी गणेश भक्तो से पधारने की अपील की है।