श्री शनि अमावस्या पर शनिधाम तिलवारा में लगेंगे 56 भोग

जबलपुर दर्पण। हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है लेकिन जब अमावस्या के दिन शनिवार होता है तो पुण्य फल कई गुना बढ़ जाने से उसका महत्त्व बढ़ जाता है. साल की पहली शनिश्चरी मोनी अमावस्या 21 जनवरी को होगी। यही नहीं इस बार शनिश्चरी मौनी अमावस्या पर 30 सालों बाद ऐसा शुभ संयोग बनने जा रहा है जो बेहद शुभफलदायी साबित होगा। इस बार खास संयोग है कि मौनी शनिश्चरी अमावस्या पर शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे। इस दौरान खप्पर योग, चतुरग्रही योग, षडाष्टक योग व समसप्तक योग भी बनेंगे। इसलिए इस बार की शनिश्चरी अमावस्या खास होगी। वैदिक हिंदू धर्म में हर तिथि का एक विशेष महत्व होता । साल की सभी 12 अमावस्या में यह एकमात्र अमावस्या है। जिसमें नर्मदा स्नान, दान के अलावा मौन व्रत रखने का खासा महत्व है। इस दिन मौन रहकर जप, तप, साधना, पूजा पाठ किए जाते हैं। पौराणिक मान्यताओं में माघ मास की अमावस्या को दान पुण्य करने से सभी प्रकार के कष्टों और पापों से मुक्ति मिलती है। इस शुभ योग के अवसर पर। शनिधाम तिलवाराघाट स्थित प्राचीन शनिदेव मंदिर में विशेष पूजन,शनि अभिषेक व दिव्य आरती, वृंदावन से आए 56 भोग अर्पण ,संगीतमय सुन्दरकांड एवं भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। शनि की साढ़ेसाती और ढैया से प्रभावित व्यक्ति , अगर वे इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय करते हैं, तो उनकी परेशानी भी कम हो सकती है। शनिदेव की महादशा या साढ़ेसाती से परेशान जातको को शनि अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा जरूर करना चाहिए। इस दिन नर्मदा जी में स्नान कर पूजा करने से शनिदेव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
शनि अमावस्या पर पूजन अर्चन कर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह
पं. सतीशजी महाराज, पं. अनिल मिश्रा, अखिलेश सोनी, नितिन भाटिया, संजय तिवारी, विध्येश भापकर, शुभम तिवारी ,सिद्धांत विनायक, हितेश पटेल, विवेक पाण्डेय, शिवा तिवारी,अशोक साहू,गणेश साहू , विजय पटेल,गेंदुलाल सेन ,राजकुमार पटेल,लक्ष्मण पटेल ,सतीश अग्रवाल ,पट्टू उर्प्रीते ,प्रदीप साहू,मनीष साहू,प्रहलाद बंसल ,विजय ठाकुर ,राज सिंह ,संतोस उपाध्याय,मनोज ठाकुर आदि कार्यकर्त्ताओं ने श्रद्धालुओं से मंदिर में उपस्थित होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।