पुलिसिया सांठ-गांठ आम नागरिकों के लिए बनी आफत, खनन माफियाओं के लिए बनी “वरदान”
पाटन,जबलपुर दर्पण। पुलिस को जनता की रक्षा एवं थाना क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन, मुरूम उत्खनन, अवैध शराब, जुआ सट्टा पर अंकुश लगाने का दायित्व सौंपा गया है, जब वही पुलिस अवैध गतिविधियों में लिप्त माफियाओ की मददगार बन जाय और कुछ चवन्नी छाप माफिया नेता का चोला ओढ़कर नगर की जनता को देशभक्ति का पाठ पढ़ाएं और जनता भी मूकदर्शक बनकर भीड़ का हिस्सा बन जाए यह स्थिति स्वस्थ लोकतंत्र के लिए हानिकारक है। पाटन ब्लाक से 10 किलोमीटर की दूरी पर शहपुरा रोड़ के ग्राम ग्वारी, राखी, की पहाड़ी पर चित्तार माता का भव्य मंदिर का निर्माण आस पास के ग्रामीणों के सहयोग से हुआ है। यह मंदिर 1994 में अस्तित्व में आया था ग्वारी गांव के विशाल सिंह एवं उनके साथी कुंज बिहारी गर्ग, सरोज पटेल, राजकुमार विश्वकर्मा कुमंगवा, रम्मू पटेल, देवकरण पटेल राखी, गनपत ठाकुर धनेटा और आस पास के गांव ग्वारी, राखी, धनेटा, चंदवा, भाकलिया के किसान परिवार और गरीब मजदूरों के अथक प्रयास से मंदिर निर्माण एवं श्रमदान करके मंदिर पहुंच मार्ग, निर्माण कार्य के लिए ग्वारी गांव के प्रतिष्ठित परिवारों के सदस्यों को भरी दोपहरी में श्रमदान करते एवं बारिश के दिनों में फॉरेस्ट की पहाड़ी में वृक्षारोपण करते ग्रामीणों ने देखा है। इन्हीं लोगों की वजह से आज इस पहाड़ी पर शानदार जंगल तैयार हुआ है। लेकिन कुछ लालची लोगों की वजह से उक्त पहाड़ी पर जोरो से रात के समय मुरूम का अवैध उत्खनन का काम चल रहा है। जिसे प्रशासन भी रोकने में नाकाम है बल्कि अवैध मुरूम उत्खनन में प्रशासन भी माफियाओं का मददगार बना है।
मीडिया ने इसके पहले भी पहाड़ी पर मुरूम उत्खनन की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी लेकिन पाटन वन विभाग के रेंजर ने झूठी रिपोर्ट तैयार करके जबलपुर भेज दी जिसमें बताया कि यहां कोई अवैध मुरूम का उत्खनन नहीं हुआ है। अब सवाल यह उठता है कि पुराना उत्खनन एवं नया उत्खन वन विभाग को क्यों नहीं दिख रहा है यह समझ के परे है।
जिला कलेक्टर को इस मामले में संज्ञान लेकर चित्तार माता मंदिर की पहाड़ी पर हो रहे मुरूम के अवैध उत्खनन पर तत्काल रोक लगवाएं एवं मुरूम उत्खनन के खेल में जो भी अधिकारी कर्मचारी शामिल है और जांच में दोषी पाए जाते हैं उन सभी अधिकारियों कर्मचारी के साथ साथ अवैध उत्खनन करने वाले मुरूम माफियाओं पर सक्त कार्यवाही करे जिससे उक्त पहाड़ी को मुरूम माफियाओं के चंगुल से बचाया जा सके..!