अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मीयों से मिलने पहुंचे सी एम एच ओ
मंडला दर्पण। अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मी 8 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। आज सी एम एच ओ श्री नाथ सिंह हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य कर्मीयों से मिलने पहुंचे और उनसे हड़ताल के विषय मे जानकारी ली। वहीं स्वास्थ्य कमियों का कहना है कि जब तक लिखित में हमारी मांगे पूरी नही होती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी ।
ये हैं संघ की प्रमुख मांगे:-
- वेतन विसंगति का निराकरण कर तालिका अनुसार दिया जावे।
- संविदा एवं आरसीएच / एएनएम लगभग पूरे प्रदेश में 3000 कार्यरत् है। इन्हें शीघ्र नियमित किया जावे जैसा कि अन्य विभागों में किया गया है। प्रदेश के अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों को न्यूनतम वेतनमान का 90 प्रतिशत वेतन भुगतान किया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ कर्मचारियों को एनएचएम के कर्मचारी मानते हुये इस लाभ से भी वंचित किया जा रहा है। जबकि एएचएम के स्वीकृत पद 13233 है जिसमें कार्यरत् 10320 एवं रिक्त पद 2913 है। रिक्त पदों पर एनएचएम में सुविधाके आधार पर नियमित एएनएम को वरीयता के आधार पर भर्ती किया जावे।
- पदनाम परिवर्तन किया जाये।
- बी.ई.ई. खण्ड विस्तार प्रशिक्षक के कार्य दायित्वों को पूर्व की तरह कियान्वित किया जावे। बी.ई. ई. को पूर्व में दिये गये वित्तीय अधिकार पुनः दिये जाये एवं हमारे कैडर के कर्मचारियों को कम्प्युटर का प्रशिक्षण भी दिया जावे। एन.आई., बी.ई.ई. को कमशः ए.एम.ओ. व डिप्टी एम.ई. के पद को पुनः द्वितीय श्रेणी कर्मचारी किया जावे।
- बहुउद्देशीय स्वा. कर्मचारी विभागीय प्रशिक्षण प्राप्त किये हुये वर्षो से पदोन्नति का इंतजार कर रहे है जैसे कि एल. एच. व्ही. रेडियोग्राफर, लैब टैक्नीशियन, नेत्र सहायक, जी.एन.एम. का प्रशिक्षण डिप्लोमा इन हेल्य प्रमोशन एण्ड एज्युकेशन उत्तीर्ण है। इन्हें तत्काल पदोन्नति कर प्रभार दिया जाये एवं जीएनएम की ट्रेनिंग उत्तीर्ण एएनएम को सी.एच.ओ. का प्रभार भी दिया जावे।
- एएनएम को एम. पी. डब्लयू की भांति बिना प्रशिक्षण के एल. एच. व्ही. के पद पर वरियता के आधार पर पदोन्नत किया जावे जैसा कि छत्तीसगढ़ राज्य में किया गया एवं एम. पी. डब्लयू / ए.एन.एम. जो समाजशास्त्र से उत्तीर्ण है, उन्हें खण्ड विस्तार प्रशिक्षक बनाया जाये जैसा कि पूर्व में किया गया है एवं खण्ड विस्तार प्रशिक्षक की भर्ती 20 प्रतिशत सीधी भर्ती से एवं 50 प्रतिशत पदोन्नति से यथावत् रखा जावे।
- ए.एन.एम./ एल. एच. व्ही. को पूर्व की भांति नर्सिंग केडर में रखा जावे, क्योंकि आज भी ग्रामणी स्तर पर समस्त नर्सिंग संवर्ग में कार्य एएनएम / एल. एम. व्ही. के द्वारा संपादित किये जा रहे हैं एवं ड्रेस कोड में परिवर्तित किया जावे।
- अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरणों में प्रशिक्षण की बाध्यता समाप्त की जाये। नियुक्ति के पश्चात् विभागीय प्रशिक्षण सम्पन्न कराया जावे।
- अनमोल एम.पी. सार्थक एवं एन.सी.डी. एप का कार्य अन्य श्रोत से कराया जावे। क्योंकि ए.एन.एम. के पास पूर्व से ही सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम का उत्तरदायित्व है फिर भी अगर उक्त कार्य ए.एन.एम. से ही करना आवश्यक है तो इसका अतिरिक्त मानदेय सुनिश्चित किया जावे। जिससे ए.एन.एम. अन्य श्रोतों से अतिरिक्त कार्य करा सकें एवं पुरानी टेवलेट बदलकर नई दी जावे। जिससे काम किया जा सकें।
- वर्तमान में (सी.एच.ओ.) कम्प्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को जो इंसेटिव 15000/- रू. दिया जा रहा है वो हमारे संवर्ग को समान रूप से दिया जावे। क्योंकि वो हमारे साथ मिलकर कार्य संपादित कराते है इसलिए 15000 रू. एएनएम / एमपीडब्ल्यू को भी दिया जावे।
- हम महिला / पुरुष बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की समीक्षा के लिए सेक्टर स्तर पर पूर्व से ही समीक्षा करने वाले एमपीएस / एलएचव्ही / एमआई / बीईई पदस्थ है व प्रभारी सेक्टर चिकित्सा अधिकारी नियुक्त है। बखूबी जिम्मेदारी निभाते आ रहे है। ऐसे में अपेक्षाकृत कनिष्ठ सी. एच.ओ. (संविदा) कर्मचारी) को सेक्टर प्रभारी न बनाया जाये इस तरह के आदेशों से सेक्टर सुपरवाईजर व बी.ई. ई. के पदों की सीधे उपेक्षा महसूस हो रही है एवं जिस प्रकार एएनएम / एमपीडब्ल्यू के ऊपर समीक्षा करने हेतु बहुत सारे समीक्षक बिठा दिये जिससे हमारे कॅडर की हालत एक मजदूर से भी बदत्तर हो चुकी है।
- बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की आयु 25 वर्ष से घटाकर 20 वर्ष की जाये एवं बिना प्रतिफल प्रशिक्षण काल को सेवा अवधि में जोड़ा जाये और फरलो समिति की अनुशंसा बहुउद्देशीय संवर्ग के लिए लागू की जावे।
इनका कहना है –
सीएमएचओ सर हमारी हड़ताल का जायजा लेने आये थे, की ये हड़ताल कितने दिनों तक चलेगी, ऊपर से आपकी मांगों का क्या निराकरण हो रहा है, हो रहा है कि नहीं हो रहा है हमने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा सहायक संचालक के साथ वार्ता चल रही है अगर वार्ता सफल हो जाती है तो हमारी हड़ताल समाप्त हो जाएगी। हमारी हड़ताल 8 मई से चल रही है अगर हमें लिखित में कोई आश्वासन मिलता है इसके बाद ही हम अपनी हड़ताल समाप्त करेंगे। हमारी प्रमुख मांगों में सबसे पहले वेतन विसंगति जो कि 1996 से चल रही है हमारा पदनाम परिवर्तन कराना है, ए एन एम की नर्सिंग कैडर में लेना है ऐसी कुछ मांगे हमारे द्वारा रखी गयी है।
डी. के. पटैल, अध्यक्ष न्यू बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ
8 मई से इनकी कामकाजी हड़ताल चल रही है इसीलिए इनके पास हम मिलने आये थे हमने कहा कि आप काम पर लौट, पीड़ित मानव की सेवा में सेवारत हैं इन स्वास्थ्य कर्मी को संघ के द्वारा निर्देश दिया जा रहा है ये संघ पर आश्रित हैं संघ द्वारा इनको जो भी निर्देश दिया जाएगा ये वो करेंगे। वेतन विसंगतियों को लेकर इनकी मांग है। वेतन वृद्धि पर सरकार विचार कर रही है बहुत ही जल्दी इनकी मांगों का निराकरण हो जाएगा।
श्रीनाथ सिंह, सीएमएचओ मण्डला