हितग्राहीमूलक योजनाओं में सकारात्मक रूख अपनाएं बैंकर्स – श्रेयांश कूमट
डीएलसीसी की बैठक में प्रभारी कलेक्टर के निर्देश
मंडला दर्पण। डीएलसीसी की बैठक में प्रभारी कलेक्टर श्रेयांश कूमट ने कहा कि हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरणों में बैंकर्स सकारात्मक रूख अपनाते हुए उन्हें नियमानुसार स्वीकृति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप स्वरोजगार संबंधी योजनाओं के तहत प्राप्त प्रकरणों को स्वीकृति प्रदान करते हुए उनमें ऋण वितरण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। संबंधित विभागों के अधिकारी प्रकरणों का लगातार फॉलोअप करें तथा आवश्यकतानुसार दस्तावेजीकरण में सहयोग प्रदान करें। जो प्रकरण निरस्त हुए हैं उनकी पुनः जांच करें। बैठक में रिजर्व बैंक के एलडीओ सरवन शिवन, एलडीएम सुजय कुमार, प्रबंधक नाबार्ड देवव्रत पाल सहित संबंधित उपस्थित रहे।
श्री कूमट ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में बैंकर्स सक्रिय सहभागिता करते हुए हितग्राहियों को लाभान्वित करें। योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत लंबित प्रकरणों का 31 दिसंबर तक निराकरण सुनिश्चित करें। स्वीकृति के साथ ही राशि वितरण की कार्यवाही करें। जो हितग्राही 20 हजार तथा 50 हजार के लिए पात्र हो चुके हैं उनके प्रकरणों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। उन्हांेने आचार्य विद्यासागर, प्रधानमंत्री सृजन कार्यक्रम, उद्यम क्रांति योजना, बिरसामुंडा स्वरोजगार योजना, टंटया मामा आर्थिक कल्याण, संत रविदास स्वरोजगार योजना, भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना आदि की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी कलेक्टर ने बैंकवार जमा एवं अग्रिम अनुपात पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने निर्देशित किया कि जिन बैंकों का सीडी रेशियो जिले के अनुपात से कम है वे प्रगति लाएं। साथ ही सीडी रेशियो बढ़ाएं।
हर परिवार को केसीसी से जोड़ें
प्रभारी कलेक्टर श्रेयांश कूमट ने कहा कि प्रत्येक परिवार को पात्रतानुसार केसीसी से जोड़ने का प्रयास करें। प्रत्येक किसान, मछुआरे तथा पशुपालकों के पात्रतानुसार केसीसी बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैंक शाखावार लंबित केसीसी प्रकरणों की जानकारी प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। प्रभारी कलेक्टर ने निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री सृजन कार्यक्रम में वितरण की गति बढ़ाएं। कृषि ऋण को प्रोत्साहित करें।