जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

गणेश पंडाल में पसरा सन्नाटा युवक की चाकू से की हत्या हमलावर फरार

जबलपुर दर्पण। गणेश विसर्जन कार्यक्रम दौरान पंडाल के पास खड़े युवक का गांव के रहने वाले बदमाश युवकों से धक्का लगने की बात पर विवाद हो गया। झगड़ा होने के बाद आरोपियों ने एक राय होकर युवक पर चाकूओं से दनादन कई घाव मारते हुए पेट की आंते बाहर निकाल दीं। हमला करने के बाद सभी आरोपी वारदात स्थल सहित गांव के फरार हो गए। घायल ने गंभीर हालत में अपने छोटे भाई को फोन पर हमले की जानकारी दी। कुछ देर बाद ही युवक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे परिजन, घायल का रक्तरंजित हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने परीक्षण करते हुए उसे मृत घोषित कर दिया। रैगवां गांव में हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, माढ़ोताल थाना के उप निरीक्षक नीलेश कुमार ने बताया कि रैगवां गांव निवासी विकास बंजारा घर से गणेश विसर्जन में शामिल होने की बात कहकर निकला था। गांव में बने गणेश पंडाल से गणेश की प्रतिमा विसर्जन के लिए जा चुकी थी। विकास बंजारा पंडाल के समीप खड़ा था, तभी उसका गांव के ही रहने वाले कुछ लड़कों से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। आरोपियों ने विकास पर चाकूओं से जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें विकास की मौत हो गई। बदमाशों ने विकास पर हमला क्यों किया है फिलहाल इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है, वारदात के बाद से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उनके घर सहित संबंधित ठिकानों में सुबह-सुबह दबिश दी, लेकिन हमलावर कहीं नहीं मिले, गांव में पसरा सन्नाटा, गणेश विसर्जन उत्साह के बीच युवक की हत्या होने से गांव में सन्नाटा पसर गया। मृतक के साथी नीलेश ठाकुर ने पुलिस को बताया कि वारदात के समय उसके पास विकास बंजारा का फोन आया था। विकास ने कहा के पंडाल के पास मेटर हो गया, जल्दी आ जाओ। 10 मिनिट बाद मौके पर पहुंचे तो विकास के पेट की अधिकांश आंते बाहर निकलीं पड़ीं थीं। नीलेश ठाकुर का कहना था कि गांव के रहने वाले मनीष चौधरी, अभिषेक चौधरी और एक अन्य युवक से विकास का विवाद हुआ था, जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया है, बेटे पर हुए हमले की खबर मिलते ही पिता सुशील बंजारा मौके पर पहुंचा तो बेटे को देखते ही बेहोश हो गया, विकास के पेट पूरी तरह से फट गया था और खून से पूरे कपड़े सने हुए थे। बेटे के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल पहुंचे पिता सुशील बंजारा ने बताया कि बहू को डिलेवरी होने वाली थी, तो वह उसको लेकर अस्तपाल गया था, अस्पताल में बहू को बेटी हुई, वह खुशी-खुशी घर लौट रहा था, तभी रास्ते में खबर मिली की गांव में बेटे का झगड़ा हो गया है ।

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