कैंसर दिवस पर नशा पीड़ितों को किया जागरूक
जबलपुर दर्पण। कैंसर एक गंभीर बीमारी है कैंसर के चलते देश में हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। कैसर का अभी पूरी तरह से कोई सटीक इलाज नहीं मिल सका है। कैंसर के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। इसलिए हर साल 7 नवंबर को देश में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर शांतम प्रज्ञा आश्रम नशा मुक्ति, मनोआरोग्य, दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर पर आश्रम संचालक क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट मुकेश कुमार सेन ने आश्रम में उपचार ले रहे नशा पीड़ितों को बताया कि कैंसर होने का नशा प्रमुख कारण हैं, शराब, गुटखा, तम्बाखू बीड़ी-सिगरेट आदि मादक द्रव्यों से लीवर, मुख, फेफेड़े सम्बन्धी कैंसर रोग होता है.
रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि रोजाना शराब पीने से कैंसर का जोखिम काफी बढ़ सकता है. शराब का सेवन खासतौर पर मुंह, गले, पेट, लीवर और आंतों के कैंसर से जुड़ा होता है और अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से यह अंग कैंसर की चपेट में आ सकते हैं.
शराब में इथेनॉल और कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जो शरीर में एसीटैल्डिहाइड में बदल जाते हैं. यह एक कैंसर जनक रसायन है, जो स्किन कैंसर को जन्म दे सकता है. जो लोग रोज शराब पीते हैं उनमें कैंसर का खतरा 20% से 50% तक बढ़ सकता है. यह जोखिम उस मात्रा पर भी निर्भर करता है कि वह व्यक्ति रोज कितनी शराब पीता हैं साथ ही
जो लोग शराब और सिगरेट दोनों का सेवन करते हैं, उनमें कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ सकता है, इससे मुंह और गले का कैंसर होने के सबसे ज्यादा चांसेस होते हैं. अंत में सभी को नशा मुक्त रहने की प्रतिज्ञा दिलाई गई. इस अवसर पर मुकेश कुमार सेन, चंचल गौतम, दिलीप श्रीवास उपस्थित रहे.