नहीं मिल रहा पन्नी बीनने वाली महिलाओं को वेतन।
अहम विषयों पर सफाई कर्मचारी महासंघ की बै
जबलपुर-कोरोना में छोटे कर्मचारी अक्सर अपनी वेतन को लेकर परेशान हैं। सरकार कितने ही दावे कर ले कोरोनावायरस के लिए सुविधाएं देने के लिए लेकिन अगर वह उन्हें वेतन जो मूलभूत आवश्यकता है ही ना दें। तब ऐसी स्थिति में सरकार के समस्त दावों की हवा निकल जाती है। मध्य प्रदेश सफाई कर्मचारी महासंघ द्वारा संविदा एवं प्राइवेट कर्मचारियों की बैठक मंगल पराग मैदान लालमटी जबलपुर में आयोजित की गई,बैठक के दौरान संविदा एवं प्राइवेट सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति रही ,मध्य प्रदेश सफाई कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष शशिकांत राना एवं संगठन के अन्य पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहे जिन्होंने सफाई कर्मचारियों पर हो रहे शोषण एवं कोरोना काल मे काम करने के बाद भी 290 कर्मियों को वेतन न मिलने का विरोध किया गया,साथ ही संविदा कर्मचारियों को 90 परसेंट नगर निगम से वेतन देने की मांग की गयी, बैठक के दौरान कोरोना काल में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को वापस काम पर रखने की नगर निगम से मांग की ,
आगामी 22 जुलाई को होने वाले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में सफाई कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष शशिकांत राना के जन्मदिन पर एक दिवसीय भूख हड़ताल रख कर सफाई कर्मचारी सांकेतिक धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे ,
जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि विगत माह पन्नी बीनने वाली 290 महिलाओं के तीन माह के वेतन को लेकर किए गए प्रदर्शन के बाद भी अब तक निगम अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद 1 रु, भी वेतन भुगतान नहीं किया गया, जिससे आक्रोशित सफाई कर्मचारियों ने 22 जुलाई को सांकेतिक धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है|
बैठक मे शशिकांत राना, ,ब्बलू पराग ,श्रीजी , बब्लू भगत,अर्चना मलिक,,पुष्पा समद ,दीपा चौहान , गंगा बाई चौधरी कवीता चौधरी ,सुदेश , अजय समुंद्रे, योगेश हथगैया,बब्लू चोहटेल,दीलीप चमकेल , अज्जू नाहर ,हरिशचंद अधिकार, आदी मौजूद रहे|
बैठक शोसल डिस्टेंसििंग को ध्यान मे रखते हुये, मंगल पराग मैदान लालमाटी मे आयोजित की गई, जो शाम पांछ बजे से प्रारंभ होकर रात्री 9 बजे तक चली , बैठक मे मौजूद संविदॎ कर्मियों सहित ठेकाप्रथा के अंथर्गत कार्य करने वाले सफाई कर्मियों ने नगर निगम के अधिकारियों पर शोषण का आरोप लगाया|