गुरू सदैव करते:भक्त के ह्रदय मे निवास

देश भर से आय संत महात्माओ ने नरसिंह मंदिर मे दी जगद्गुरुदेव श्रीश्यामदेवाचार्य महाराज को प्रथम पुण्य तिथि पर श्रृध्दाजंलि
जबलपुर दर्पण नप्र। गुरू का आशीर्वाद भक्त को सदैव प्राप्त होता है,चराचर जगतसहित समस्त ब्रम्हांड मे गुरू तत्व विराजित है। जगद्गुरुदेव डा श्रीश्यामदेवाचार्य जी महाराज सहज सरल और उदात्त के साथ उदार ह्रदय के थे, विश्व के कौने कौने के संत महात्माओ और भक्तो के ह्रदय मे विराजमान रहेगे। तन रूपी दीपक मे आयु रूपी बती रहेगी, तब तक संत और भक्त सनातन धर्म की अलख जगाते रहेगे। ईश्वरीय सत्ता पर विश्वास रख निरंतर जीवन मे चरैवेति रहना चाहिए। वर्तमान काल भारत के पुनरूत्थान का समय है। देश मे अतातयियो को कुचलकर खत्म करने की आवश्यकता है। नरसिंह पीठ महाकौशल की धर्म सत्ता का प्रतिनिधित्व करती है। उक्ताशय के उदगार श्री जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामस्वरूपाचार्य जी महाराज,श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री विश्वेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज,बडे भक्तमाल मंहत कौशल किशोर दास महाराज (अयोध्या),स्वामी षडमुखानंद (हीरापुर वाले),स्वामी जितेन्द्रानंद जी महाराज (राष्ट्रीय संयोजक अखिल भारतीय संत समिति ), स्वामी घनश्यामाचार्य, महामंडलेश्वर सरयू दास महाराज, अशोक तिवारी( राष्ट्रीय संयोजक विहिप),श्री नृसिंह पीठाधीश्वर डॉ.स्वामी नरसिंह दास जी महाराज,एवं शताधिक संत महंतो के सानिध्य में पूज्य जगद्गुरुदेव डा श्रीश्यामदेवाचार्य महाराज की प्रथम पुण्य तिथि महोत्सव श्री नरसिंह मंदिर परिसर मे कहे। आज विराम दिवस पर श्रीमद्भागवत महापुराण,राम कथा व संत सम्मेलन मे महामंडलेश्वर श्रीकेशव दास महाराज,स्वामी हनुमान दास जी,स्वामी वासुदेवानंद,स्वामी रामकृष्ण दास,सहित देश भर की देव पीठो से शताधिक से अधिक संतो का समागम हुआ। इस अवसर पर नरसिंह मंदिर गीताधाम परिवार, सनातन धर्म महासभा जाबलिपुरम के श्याम साहनी, चंद्र कुमार भनोत, सहित श्रृध्दालुओ की उपस्थिति रही।