केन्द्र के समान राज्य कर्मियों को भी दी जावें यात्रा सुविधायें
जबलपुर दर्पण। मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि केन्द्र कर्मचारियों के समान राज्य कर्मचारियों को भी यात्रा सुविधाएँ उपलब्ध करायी जानी चाहिए ताकि राज्य कर्मचारियों को कुछ राहत मिल सके और राज्य कर्मचारी भी समय पर अपने परिवार के साथ भारत भ्रमण कर सकें परंतु राज्य कर्मचारियों को यह सुविधा नहीं मिल पाने के कारण कर्मचारी अपने परिजनों को भारत भ्रमण या अतिलोकप्रिय स्थानों, मंदिरो, तीर्थ स्थानों, यादगार स्थलों, पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्थलों, विश्वप्रसिद्ध स्थानों का समय पर भ्रमण नहीं कर पा रहा है जिससे कर्मचारियों के मन में हताशा हो रही है, जिससे राज्य कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। राज्य के कर्मचारियों को अपनी मनपसंद स्थानों के भ्रमण के लिए केंद्र के समान एल टी सी जैसी सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए।अभी कुछ शासकीय सेवक यात्रा उपरांत किये गए खर्च के लिए सक्षम अधिकारी के पास बिल, यात्रा टिकिट इत्यादि लगाकर यात्रा भत्ता के लिए आवेदन देते है जिसे स्वीकृत होने और यात्रा में खर्च की गयी पूरी 100%राशि प्राप्त नहीं हो पाती है।पहले स्वयं के व्यय पर परिजनों को घुमाना फिर खर्च की गयी राशि को वापिस प्राप्त करना कितना कठिन कार्य है इसकी सही व्याख्या तो हलाकान परेशान ही कर सकता है। यदि सरकार यात्रा भाड़ा भत्ता, यात्रा प्रारम्भ करने के पूर्व कर दिया जावे तो अनावश्यक भटकाव बंद हो जायेगा। लोकसेवक से यात्रा विवरण एक निर्धारित प्रपत्र में प्राप्त कर उसके अवलोकन उपरांत यदि एडवांस में यात्रा भत्ता दे दिया जाये तो समय की भी बचत होगी और लोकसेवक भी इत्मीनान से ख़ुशी के साथ सपरिवार मंगलमय यात्रा कर सकुशल वापिस लौट आएगा और यात्रा समाप्ति उपरांत टिकिट एवं अन्य खर्च विवरण निर्धारित प्रपत्र में भरके जमा कर देगा जैसा केंद्र में होता है। वर्ष में एक बार ये सुविधा केंद्र के समान ही राज्य कर्मचारियों को भी मिलना चाहिए। संयुक्त संगठन के अफ़रोज़ खान,भास्कर गुप्ता,चंद्रभान साहू,आकाश भील,ऋषि पाठक,ब्रजेन्द्र तिवारी,दुर्गेश खातरकर,जी आर झारिया,नितिन तिवारी,अजब सिंह,विश्वनाथ सिंह आदि ने मांग की है।