नवदुर्गा व हिंदू नव वर्ष प्रारंभ
कलश स्थापना के साथ जगह जगह बोए जवारे
पाटन/जबलपुर दर्पण। हिंदू नव वर्ष एवं चैत नवरात्रि प्रारंभ हो गई मैया जी के जवारे नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में बोए जा रहे है आज से विक्रम संवत की शुरुआत हो गई है। जिले से 40 किलोमीटर की दूरी पर पाटन शहपुरा रोड़ के ग्राम ग्वारी की पहाड़ी पर स्थित चित्तार माता मंदिर में सुबह से जल चढ़ाने वाले भक्तों का सिलसिला चालू हो जाता है और मैया जी की पूजा अर्चना बड़े ही विधि विधान के साथ की जा रही है। चित्तार माता मंदिर में भक्त दूर दूर से दर्शन करने आते है। माता के भक्त ठा.विशाल सिंह ने बताया कि यह मंदिर 1994 में अस्तित्व में आया था मेरे साथी कुंज बिहारी गर्ग, सरोज पटेल, राजकुमार विश्वकर्मा कुमंगवा, रम्मू पटेल, देवकरण पटेल राखी, गनपत ठाकुर घनेटा, मंदिर निर्माण के लिए हम सभी ने रोड़ एवं मंदिर निर्माण वाले स्थान में श्रमदान करके पहाड़ी को समतल किया हमे पहाड़ी पर काम करता देख आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोग भी इस मुहिम में जुड़ते गए आस पास के गांव वालो के सहयोग से मंदिर निर्माण में स्वेच्छा से धनराशि एकत्रित होती गई चुकी हम सभी किसान परिवार से आते है तो हम सभी मित्रों से जितना जिससे बना उतनी राशि मंदिर निर्माण के लिए दी एवं सन् 2010 में चित्तार माता का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया था मंदिर में चित्तार माता की मूर्ति की स्थापना विधि विधान से हुई इसके साथ ही हम सभी मित्रों ने पूरी पहाड़ी पर वृक्षारोपण करने का बीड़ा उठाया जिसमें बांस, नीम, सेजा, महुआ, तेदु, सीताफल एवं अन्य कई तरह के पेड़ लगे है मंदिर के चारों ओर हरा भरा जंगल तैयार हो गया है। मंदिर प्रांगण से चारो तरफ के मनोहारी दृश्य का आनद ले सकते है। यहां का वातावरण बेहद शांत है।