साहित्य दर्पण

अमिताब बच्‍चन की आवाज में तैयार होनी थी नर्मदा संरक्षण की पटकथा

नर्मदापुरम जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर स्थित नर्मदा एवं तवा नदी के संगम बांद्राभान पर नदी( जल रक्षक, पर्यावरणविद, मौलिक चिंतक और कुशल संगठक व सांसद अनिल माधव दबे ने द्वितीय नदी महोत्‍सव में मई 2010 में जया भादुड़ी बच्चन को बतौर अतिथि आमंत्रित किया था तब मंच से श्रोताओं के समक्ष श्रीमती बच्‍चन ने पर्यावरण, वन, जलवायु में नदियों को संरक्षित रखने में आ रही दिक्कतों का सामना कर रही नर्मदा के बचाव हेतु अपने पति फिल्‍म अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में पटकथा के संवाद कहे जाकर पूरे देश में जागरूकता लाने की बात कही थी। आज 13 वर्ष बीत गये लेकिन यह प्रतीक्षा समाप्त नहीं हुई और आज भी नर्मदापुरम नगर सहित नर्मदा तट वासी नर्मदा भक्त अमिताब बच्‍चन की आवाज में नर्मदा पर डॉक्यूमेंट्री की प्रतीक्षा कर रहे है पर यह कब सार्थक होगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

मई 2010 के वे अविस्‍मरणीय पल नर्मदा क्षेत्रवासियों के लिये आज भी यादगार बने है जब नदी महोत्सव का शुभारंभ केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राज मार्ग जल संसाधन( नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार्यवाहक सुरेश सोनी ने पूरे दो घन्‍टे लेट कार्यक्रम को उदघाटित किया और दो घन्‍टे चलने वाले इस सत्र का समापन 45 मिनिट में हो गया। प्रथम दिन समग्र सत्र को संबोधित करते हुए केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने नर्मदा की सहायक नदियों सहित नर्मदा को बचाने सहित वर्ष 2003 से 2018 तक लगातार 15 वर्षो से नर्मदा के अस्तित्‍व को मिटाने में तुले उनकी ही पार्टी के रेत माफिओं का सरंक्षण करते हुये कॉग्रेस सरकार को कोसते हुये कहा कि उनके पापों का हम प्रायश्चित कर रहे है( जबकि यह पाप उनकी सरकार के समय के रहे है जिससे इस जिले का हर आम नागरिक बुरी तरह प्रभावित है और नर्मदा अपना वर्चस्‍व खोते हुयू सूख गयी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page

';