टाॅवर हटाओ क्षेत्र बचाओ
जबलपुर दर्पण। क्षेत्रिय नागरिकों ने बताया कि गोरखुपर स्थित गुरूद्वारे में जो टाॅवर लगाया जा रहा है, उसके कारण क्षेत्र के नागरिक भयभीत है और जो गुरूद्वारे में कई वृद्ध एवं बच्चे श्रद्धालु आते है उन्हंे भी हानिकारक किरणों के कारण स्वास्थ पर असर आयेगा पहले मोहल्ले से 40 फीट दूरी पर टाॅवर लगा हुआ था लेकिन अब उसे निकाल कर मोहल्ले के बिलकुल पास में छत पर टाॅवर लगाया जा रहा है, जिसकी शिकायत सभी विभागों में की है, एवं बी॰एस॰एन॰एल॰ महाप्रबंधक प्रशांत दोहे जी को भी क्षेत्रिय नागरिकों ने हस्ताक्षर सहित ज्ञापन सौंपा, उन्होंने भरोसा दिलाया कि टाॅवर नहीं लगाएंगे, लेकिन राजिन्दर सिंह छाबड़ा द्वारा मनमानी कर टाॅवर शिफ्ट कराने का काम किया जा रहा है, जिससे क्षेत्रिय नागरिक आक्रोशित है, यदि टाॅवर का काम बंद न किया गया चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा, एक जगह टाॅवर लगा हुआ है उसे उखाड़कर दूसरी जगह शिफ्ट क्यों किया जा रहा है, इसमें सरकार को आर्थिक क्षति होगी बी॰एस॰एन॰एल॰ के अधिकारियों की राजिन्दर सिंह छाबड़ा जी से क्या मिलीभगत है, क्षेत्रिय रहवासी सोसायटी एवं एन॰जी॰टी॰ (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के बिना अनापत्ती प्रमाण पत्र लिए यह टाॅवर घनी आबादी वाले क्षेत्र में लगाया जा रहा है। जिससे पर्यावरण को खतरा एवं गंभीर बिमारियाँ होने का खतरा बना रहेगा, टाॅवर से निकलने वाले अल्ट्रा वालेट तरंगों से आस पास के क्षेत्र में पक्षी मर रहें है, क्षेत्रिय नागरिकों ने शासन एवं प्रशासन से माँग की है कि शीघ्र अतिशीघ्र निर्माण कर रहे टाॅवर पर रोक लगाई जाये। नहीं तो क्षेत्रिय जनता सड़क पर उतरकर जनआंदोलन करने पर बाध्य होगी एवं माननीय उच्च न्यायालय की शरण ली जायेगी। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी जबलपुर प्रशासन की होगी। इस अवसर पर टाॅवर हटाओ संघर्ष समिति की अध्यक्ष श्रीमति चंचल शर्मा, विजय कांडा, अंकित द्विवेदी, प्रमोद भसीन, बालक राम सिंह, अशोक बठिजा, सतीश भसीन, संजय कांडा, अतुल द्विवेदी, श्रवण मरवाहा, सन्नी भतीजा, सुनिल सरीन, शंकर, दीपक, श्याम संदर अग्रवाल, शालु सेठी, दीपक सिंह राजपूत, आदि क्षेत्रिय नागरिकों ने शासन से टाॅवर हटाने की अपील जनहित में की है।