कृषि आदान विक्रेताओं हेतु एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स किसानों के हित में कारगार सिद्ध होगाः डॉ. डीपी शर्मा
जबलपुर दर्पण। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की प्रेरणा से तथा संचालक विस्तार सेवायें डॉ. डी.पी. शर्मा के मार्गदर्शन एवं केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. रश्मि शुक्ला के नेतृत्व में “कृषि आदान विक्रेताओं हेतु एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स – देसी के 13वें बैच का शुभारम्भ कृषि विज्ञान केन्द्र, जबलपुर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संचालक विस्तार सेवायें डॉ. डी.पी. शर्मा, ने इस कोर्स को किसानों के हित में होने की बात कही तथा सभी प्रशिक्षणार्थियों को किसानों के हितो के लिए कार्य करने की सलाह दी, ताकि किसानों की आय में उत्तरोत्तर वृद्धि हो सके। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. टी. आर. शर्मा ने देशी कोर्स की उपयोगिता को बताते हुये कहा कि इस कोर्स की मद्द से आप सभी लोग किसानों का उचित मार्गदर्शन कर सकेगें। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कृषि विज्ञान केन्द्र अनूपपुर तथा हरदा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. एस. के. पाण्डेय एवं डॉ. संध्या मुरे, डिप्टी पी.डी. आत्मा श्रीमति नवीता उर्कुड़े ने अपने विचार व्यक्त करते हुये, इस कोर्स के बेहतर संचालन हेतु सभी प्रशिक्षर्थियों का मार्गदर्शन किया तथा देसी डिप्लोमा कोर्स की महत्ता को बताया । गौरतलब है कि कृषि विज्ञान केन्द्र, जबलपुर, देसी डिप्लोमा कोर्स के ‘नोडल ट्रेनिंग सेन्टर’ के रूप में मैनेज हैदराबाद द्वारा चिन्हित है ।
देसी डिप्लोमा 13वें बैच के कोर्स कोआर्डिनेटर, डॉ. डी. के. सिंह ने वर्ष भर संचालित होने वाली गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कोर्स कुल 48 सप्ताह तक चलेगा, जिसमें कृषि के विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञों द्वारा बताया जायेगा। इस दौरान डॉ. ए.के. सिंह ने देशी डिप्लोमा कोर्स की गाईडलाईन तथा महत्वपूर्ण निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नितिन सिंघई एवं आभार प्रदर्शन डॉ. ए. के. सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. डी.के. सिंह, डॉ. ए. के. सिंह, डॉ. नीलू विश्वकर्मा, डॉ. नितिन सिंघई, डॉ. प्रमोद गुप्ता, डॉ. अक्षता तोमर, डॉ. सिद्धार्थ नायक तथा डॉ. जी. जी. एनी सहित कुल 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया ।