चतुर्थ समयमान वेतनमान न देना शिक्षकों के साथ पक्षपात
जबलपुर दर्पण। मध्य प्रदेश जागरूक अधिकारी कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय ने दिनांक 09/02/2024 को एक आदेश जारी कर यह निर्देश दिए है कि शिक्षक संवर्ग को चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ नहीं दिया जाएगा जो सरासर गलत है शिक्षक संवर्ग के साथ छलावा है जबकि दूसरे विभागों में कर्मचारियों को चतुर्थ समयमान वेतनमान दिया जा रहा है। यह शिक्षकों के साथ अन्याय है जिससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
संघ ने आगे बताया कि शिक्ष। विभाग में कार्यरत शिक्षकों को वर्षों तक अपनी सेवा देने के बावजूद शासन-प्रषासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और शिक्षकों की उपेक्षा करते हुए यह आदेश जारी करना की चतुर्थ समयमान वेतनमान सहायक शिक्षकों एवं उच्चश्रेंणी शिक्षकों को नहीं दिया जाएगा, शिक्षकों का अपमान है। जबकि सहायक शिक्षकों एवं उच्चश्रेंणी शिक्षकों के द्वारा 35 वर्ष की सेवापूंर्ण करने के उपरान्त चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ दिया जाना चाहिए।
संगठन के प्रदेष अध्यक्ष-रॉबर्ट मार्टिन, जियाउर्रहीम, दिनेष गौंड़, राकेष श्रीवास, स्टेनली नॉबर्ट, हेमन्त ठाकरें, गुडविन चार्ल्स, फिलिप अन्थोनी, गोपीषाह, एनोस विक्टर, रामकुमार कतिया, मनमोहन चौधरी, रऊफ खान, सुरेन्द्र चौधरी, उमेष सिंह ठाकुर, क्रिस्टोफर नरोन्हा, संतोष चौरसिया, विनोद सिंह, राजकुमार यादव, सुधीर अवधिया, धनराज पिल्ले, अषोक राय, वसुमुद्दीन, सुनील झारिया, ओम प्रकाष झारिया, कादिर अहमद अंसारी, आषा राम झारिया, मनीष मिश्रा, सुधीर पावेल, राजेन्द्र सिंह, रामदयाल उईके, अफरोज खान, देवेन्द्र पटेल, रवि जैन, नेत राम, नीरज मरावी, वीरेन्द्र श्रीवास, सुनील स्टीफन, विनय रामजे, सरीफ अहमद अंसारी, आषीष कोरी, एस.बी.रजक, सुखराम विष्वकर्मा आदि ने सरकार से पुरजोर मांग
की है कि शिक्षा विभाग में कार्यरत सहायक शिक्षक एवं उच्चश्रेंणी शिक्षकों को भी अतिषीघ्र चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ दिया जाना चाहिए।