अंतराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न
जबलपुर दर्पण। 30 जून अंतराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर शांतम प्रज्ञा आश्रम नशा मुक्ति, मनोआरोग्य, दिव्यांग पुर्नवास केंद्र में नशा मुक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर पर आश्रम संचालक मुकेश कुमार सेन मानस भारती ने आश्रम में उपचार ले रहे नशा पीड़ितों को नशे से होने वाली बीमारियों के विषय में बताया कि किस प्रकार नशा हमें शारीरिक और मानसिक बीमारी से पीड़ित करता है,बुरी संगत के कारण नशे का उपयोग लोग कम उम्र में ही करने लगते हैं, जिससे छोटे नशे को शौक और मजे के लिए किया जाता है लेकिन धीरे धीरे यह शौक कब नशे की लत में बदल जाता है पीड़ित को पता नहीं चलता और वह शराब, गांजा, अफीम,ड्रग्स, इंजेक्शन आदि नशे की चपेट में आ जाता है और स्वयं को नशे का आदि बनाकर शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार कर लेता है, इतना ही नहीं नशे का आदि पीड़ित को नशे की डोज न मिले तो वह अपराध की तरफ भी बढ़ जाता है. मुकेश सेन ने बताया कि एक बार नशे की चपेट में आ चुका युवा लीवर, किडनी, ह्रदय रोग जैसी शारीरिक बीमारियों के साथ साथ अवसाद, उन्माद व्यक्तित्व विकार जैसे मानसिक रोग का भी शिकार होने लगता है. आज समाज में नशा प्रमुख समस्या के रूप में घर घर में दस्तक दे रहा है और हम सभी को मिलकर नशे रुपी दानव को परास्त करना हैं.यदि समय रहते नशे प्रथम चरण में ही नशा पीड़ित की काउंसिलिंग की जाये अथवा नशा मुक्ति पुर्नवास केंद्र में भर्ती कर उपचार कराया जाए तो नशा पीड़ित की नशा छोड़ने की सम्भावना बढ़ जाती है.