सतना दर्पण

मऊगंज हिंसा के विरोध में रीवा-मऊगंज बंद, सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी

आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को सहायता की मांग

मऊगंज में युवक और पुलिसकर्मी की नृशंस हत्या के बाद रीवा और मऊगंज में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। घटना के विरोध में ब्राह्मण और राजपूत संगठनों समेत कई सामाजिक संगठन मंगलवार सुबह से रीवा बंद करवाने के लिए सड़कों पर उतर आए

प्रदर्शनकारियों ने लगाया जाम, दुकानें बंद कराने का अनुरोध

इस विरोध प्रदर्शन में सतना और मैहर से भी सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग शामिल हुए। रीवा के शिल्पी प्लाजा इलाके में ब्राह्मण संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर आवागमन रोका और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने बाजारों में घूमकर व्यापारियों से दुकानें बंद करने का आग्रह किया। हालांकि, कुछ इलाकों में व्यापक बंद देखा गया, जबकि कुछ स्थानों पर दुकानें आंशिक रूप से खुली रहीं

आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को सहायता की मांग

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि युवक और पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। साथ ही, मृतक युवक के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने की मांग की गई।

तनावपूर्ण माहौल, पुलिस बल तैनात

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने शिल्पी प्लाजा और अन्य संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया है। दो थाना प्रभारी और हेलमेट, जैकेट व लाठियों से लैस पुलिसकर्मी मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं।

घटना का बैकग्राउंड

गौरतलब है कि होली के दूसरे दिन मऊगंज के गढ़वा गांव में एक युवक की हत्या कर दी गई थी। जब पुलिस कार्रवाई करने पहुंची, तो उन पर भी पत्थर, डंडे और धारदार हथियारों से हमला किया गया, जिसमें एक एएसआई की मौत हो गई थी। यह घटना आदिवासी समाज के लोगों द्वारा की गई बताई जा रही है, जबकि हत्या के शिकार दोनों व्यक्ति ब्राह्मण समाज से थे। इस घटना के विरोध में ब्राह्मण समाज और अन्य संगठनों ने रीवा और मऊगंज बंद का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर दोनों शहरों में देखने को मिला

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